इस वर्ष, सीबीएसई कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं में शामिल होने के लिए देशभर के सभी राज्यों से पंजीकृत छात्रों की कुल संख्या 16,96,770 थी। इनमें से 7,45,433 छात्र और 9,51,332 छात्राएं थीं। कक्षा 12 के परिणाम के मुताबिक, कुल पास प्रतिशत 87.33 प्रतिशत है। त्रिवेंद्रम रीजन के कुल 99.91 प्रतिशत छात्र 12वीं बोर्ड की परीक्षा पास करने में सफल रहे हैं। इसी के चलते त्रिवेंद्रम रीजन इन परीक्षाओं में टॉप पर है। वहीं लड़कियां के रिजल्ट की बात की जाए तो उनका पास प्रतिशत 90.68 है। सीबीएसई के मुताबिक बारहवीं बोर्ड रिजल्ट में लड़कियां अच्छा प्रदर्शन करने में कामयाब रही हैं और लड़कों के मुकाबले उनका पास प्रतिशत 6.01 अधिक है।
वहीं सीबीएसई ने बताया कि वह इस वर्ष भी अपने बोर्ड रिजल्ट में छात्रों के किसी भी वर्ग या इंडिविजुअल को फस्र्ट सेकंड थर्ड डिविजन नहीं देगा। सीबीआई के मुताबिक ऐसा अस्वस्थ प्रतिस्पर्धा से बचने के लिए किया गया है।
सीबीएसई बोर्ड का कहना है कि रिजल्ट समेत किसी भी जानकारी के लिए छात्र आधिकारिक वेबसाइट से ही जानकारी प्राप्त करें। बोर्ड का कहना है कि वह 10वीं कक्षा का रिजल्ट भी जल्दी ही घोषित करेगा। 12 कक्षा के रिजल्ट के लिए बोर्ड ने पहले ही छह अंकों का डिजीलॉकर सिक्योरिटी पिन जारी कर दिया था। इसके माध्यम से डिजीलॉकर से छात्र अपनी मार्क्सशीट (अंकतालिका) व माइग्रेशन सर्टिफिकेट ऑनलाइन प्राप्त कर सकते हैं। सीबीएसई ने संबंधित सभी स्कूलों को एक सकुर्लर जारी कर डिजीलॉकर के लिए सिक्योरिटी पिन जारी किया था।
सीबीएसई द्वारा रिजल्ट जारी करने के बाद अब छात्र डिजीलॉकर पर अपनी मार्कशीट और माइग्रेशन सर्टिफिकेट डाउनलोड कर सकेंगे। बोर्ड का कहना है कि पिन के माध्यम से किसी भी स्तर पर गड़बड़ी की गुजांइश नहीं रहेगी। दरअसल पिछले वर्ष से सीबीएसई बोर्ड ने छात्रों के महत्वपूर्ण डाटा को सुरक्षित बनाए रखने के लिए डिजीलॉकर के लिए छह अंकों के सिक्योरिटी पिन की व्यवस्था शुरू की है। 12वीं बोर्ड रिजल्ट जारी होने के साथ ही अब देशभर के विश्वविद्यालयों में प्रथम सत्र की दाखिला प्रक्रिया भी शुरू की जा सकेगी। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग यानी यूजीसी का कहना है कि अंडर ग्रेजुएट पाठ्यक्रमों का नया सत्र 1 अगस्त से शुरू किया जा सकता है।