रिश्वतखोरी मामले में बीईओ सस्पेंड, शिक्षा विभाग ने जारी किया आदेश
बिहार में शिक्षक बहाली में घूसखोरी को उजागर करने वाला ऑडियो वायरल होने के बाद हड़कंप मच गया है। बिहार सरकार के शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने शनिवार को कहा कि मधेपुरा जिले के मुरलीगंज प्रखंड के बीईओ का जो ऑडियो वायरल हुआ था, उसकी जांच की गई है। जांच में आरोप प्रमाणित पाए गए। इसके बाद प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को निलंबित कर दिया गया है। शिक्षा मंत्री ने कहा कि अफसर का जो ऑडियो वायरल हुआ था, वह काफी आपत्तिजनक था। यह बर्दाश्त करने लायक नहीं था। जिला शिक्षा पदाधिकारी से इसकी जांच कराई गई। फिर शिक्षा विभाग ने आरोपी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को निलंबित किया है। आगे जांच में अगर और भी बात मिली तो उससे भी सख्त कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि मधेपुरा डीईओ ने इसे बेहद गंभीर मामला माना। डीईओ ने बीईओ को शो कॉज करते हुए वायरल ऑडियो पर जवाब मांगा था। डीईओ ने कहा था कि अगर समय पर जवाब नहीं दिया तो उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी। हालांकि अभी उन्हें निलंबित कर दिया गया है।
ऑडियो को सुनने से साफ पता चलता है कि गुड्डू नामक एक अभ्यर्थी से पहले पंकज कुमार नाम का एक शख्स फोन करके बात करता है और परिचय करने के बाद वह मुरलीगंज के बीईओ को फोन थमा देता है। बीईओ अपनी बातचीत में गुड्डू को आश्वस्त करते हैं कि 8 लाख रुपये की व्यवस्था कर ले तो नौकरी पक्की है। बीईओ साहब यहां तक कह जाते हैं कि मुरलीगंज के बीडीयो साहब सह नियोजन इकाई के सचिव अपने कैंडिडेट से 10 लाख दिलाने के लिए तैयार हैं लेकिन यह सीट गुड्डू को ही दिलाई जाएगी। लेकिन पद पाने के लिए उसे कष्ट करना पड़ेगा। वायरल ऑडियो में बीईओ साहब यहां तक कहते हैं कि उन्होंने जेल जा चुके अपने एक संबंधी को भी तब नौकरी लगवा दी, जबकि उसे कुछ आता-जाता भी नहीं है। पैसों के बल पर अपने सगे सभी सगे संबंधियों को शिक्षक बनाने का दावा कर रहे हैं। बीईओ ने गुड्डू को बताया कि जो रुपए लिए जाएंगे उसमें 6-7 हिस्सेदार हैं। हिस्सेदारों में डीईओ और डीडीसी भी शामिल हैं। इसलिए उन्हें ज्यादा बचेगा भी नहीं।