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बंगाल की मशहूर गायिका संध्या मुखर्जी ने ठुकराया पद्म पुरस्कार, बुद्धदेव भट्टाचार्य से पहले ये हस्तियां भी कर चुकी हैं इनकार
jantaserishta.com
26 Jan 2022 2:59 AM GMT
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नई दिल्ली: गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर खुद को पद्म विभूषण सम्मान दिए जाने के ऐलान के बाद बंगाल के पूर्व सीएम बुद्धदेव भट्टाचार्य की प्रतिक्रिया चौंकाने वाली थी। उन्होंने इस सम्मान को ही स्वीकार करने से इनकार कर दिया। यही नहीं उनका कहना था कि यह पुरस्कार दिए जाने से पहले उन्हें कोई जानकारी भी नहीं दी गई थी। हालांकि सरकारी सूत्रों का कहना है कि वह बीमार थे और उनके परिजनों से संपर्क किया गया था, जिन्होंने पुरस्कार लेने से इनकार नहीं किया था। हालांकि यह पहला मौका नहीं है, जब किसी हस्ती ने पद्म सम्मान लेने से इनकार किया है। इससे पहले भी ऐसे कई मामले सामने आए हैं। आइए जानते हैं, अब तक कब और किसने पद्म सम्मान लेने से किया है इनकार...
ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक की बहन गीता मेहता ने 2019 में पद्म श्री सम्मान लेने से इनकार कर दिया था। उन्हें सरकार ने शिक्षा और साहित्य में योगदान के लिए सम्मानित करने का फैसला लिया था। लेकिन गीता मेहता ने पुरस्कार की टाइमिंग पर सवाल उठाते हुए इसे लेने से इनकार कर दिया था। उनका कहना था कि आम चुनाव से पहले यह सम्मान दिया जा रहा है। ऐसे में इसकी टाइमिंग पर सवाल उठता है। इससे सरकार और मेरे लिए ऐसी स्थिति पैदा हुई है, जो दुखद है। उनका मानना था कि केंद्र सरकार की ओर से यह पुरस्कार उन्हें इसलिए देने का फैसला लिया गया ताकि नवीन पटनायक की पार्टी बीजू जनता दल के समर्थक वर्ग में सेंध लगाई जा सके।
आपातकाल के दौरान जेल में रहने वाले वरिष्ठ पत्रकार वीरेंद्र कपूर ने 2016 में पद्म सम्मान लेने से इनकार कर दिया था। उन्होंने कहा था कि मैं किसी सरकार के खिलाफ नहीं हूं। लेकिन अपने 40 साल के करियर में मैंने सरकार से कुछ भी हासिल नहीं किया है। मैं सरकार से कुछ भी हासिल करने में यकीन नहीं रखता।
गायिका सिस्तला जानकी ने 2013 में मिले पद्मभूषण सम्मान को लेने से इनकार कर दिया था। उनका मानना था कि सरकार की ओर से उनकी प्रतिभा को सम्मान देने में देरी हुई है। यही नहीं उनके परिवार के लोगों का कहना था कि वह जिस कद की गायिका हैं, उसका सम्मान उन्हें भारत रत्न देकर ही किया जा सकता है। तमिल, तेलुगू, कन्नड़, मलयालम और हिंदी में 20,000 से ज्यादा गीत गाने वालीं जानकी का कहना था कि दिग्गजों की बजाय जूनियर कलाकारों को सम्मानित किया जा रहा है, जो अपमानजनक है।
तमिल लेखक एवं निर्देशक बी. जयमोहन ने भी 2016 में ही पत्रकार वीरेंद्र कपूर के साथ पद्म श्री सम्मान लेने से इनकार कर दिया था। उन्होंने अपनी फेसबुक पोस्ट में पुरस्कार न लेने की वजह भी बताई थी। उनका कहना था कि वह यह सम्मान लेकर समाज में खुद को हिंदुत्व के समर्थक के तौर पर नहीं पेश करना चाहते हैं।
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