एमपी। मध्य प्रदेश के खंडवा में नमाज पढ़ाने जा रहे इमाम और नमाजी युवक की आंख में मिर्ची डालकर चाकू मारने के मामले में पुलिस ने देर रात कई खुलासे किए। पुलिस ने बताया कि नाबालिग आरोपियों ने उज्जैन के चर्चित गुंडे दुर्लभ कश्यप की तरह मशहूर होने के लिए इमाम और नमाजी युवक को चाकू मारा था। पुलिस ने यह भी बताया कि शहर का माहौल खराब करने के लिए आरोपियों का इस्तेमाल किए जाने का संदेह है। पुलिस ने इस केस में 5 को आरोपी बनाया है। आरोपियों में चार नाबालिग जबकि एक बालिग है।
पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और मुखबिर की सूचना के आधार पर 16 से 17 साल के तीन नाबालिग आरोपियों को अभिरक्षा में लेकर पूछताछ की। तीनों ने एक 16 वर्षीय किशोर और आरोपित राजा राठौर के साथ चाकू मारने की बात कबूली है। तीनों नाबालिग आरोपियों को किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष पेश कर बाल संप्रेक्षण गृह भेज दिया गया है। राजा और उसके साथी किशोर की तलाश जारी है। पुलिस को पांच मुख्य आरोपियों के अलावा साजिश रचने वालों की भी तलाश है। पुलिस सूत्रों की मानें तो साजिशकर्ताओं ने परदे के पिछे रहकर पांचों आरोपियों से यह हमला कराया था। पुलिस को पूछताछ में ऐसी साजिश की आशंका है। पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह ने कहा की उन लोगों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी जिन्होंने नाबालिगों को हमले के लिए उकसा कर घटना को अंजाम दिलाया।
पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह ने बताया कि पूछताछ में आरोपियों ने बताया है कि वे उज्जैन के मशहूर गुंडे दुर्लभ कश्यप की तरह बनना चाहत थे। इसके लिए उनको कुछ लोगों ने ऐसी घटना करने के लिए उकसाया था। पुलिस अब उकसाने वालों के बारे में पता लगा रही है। पुलिस ने बताया कि वारदात मस्जिद के रास्ते की गली में सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी। पुलिस ने वीडियो और डीवीआर जब्त कर आरोपितों की तलाश शुरू की थी। पुलिस ने कुल तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज में तीनों नाबालिग आरोपियों के अलावा कुछ और संदिग्ध नजर आए हैं। इनकी संख्या करीब चार है। इन्होंने ही इनको वारदात को अंजाम देने के लिए भेजा था। बता दें कि अंजनी टाकिज तिराहे से कुछ दूर गली में मोहम्मदी मस्जिद में नमाज पढ़ाने जा रहे इमाम शेख हुजैफा और नमाजी युवक मोहम्मद तलहा के सीने पर चाकू मारकर दोनों की हत्या की कोशिश की गई थी। रविवार रात को करीब आठ बजे हुई घटना के बाद से मुस्लिम समाज में आक्रोश है। आरोपितों पर धारा 307 समेत अन्य गंभीर धाराएं लगाई गई हैं। पुलिस ने इस मामले को 24 घंटे के भीतर सुलझाने का दावा किया है।