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गणतंत्र दिवस से पहले दिल्ली पंजाब और कश्मीर, को दहलाने की साजिश नाकाम, आइएसआइ और खालिस्तानी का हाथ होने की आशंका
Apurva Srivastav
14 Jan 2022 6:30 PM GMT
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गणतंत्र दिवस से पहले राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली, सीमावर्ती राज्य पंजाब और जम्मू कश्मीर को दहलाने की आतंकी साजिश नाकाम कर दी गई है।
गणतंत्र दिवस से पहले राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली, सीमावर्ती राज्य पंजाब और जम्मू कश्मीर को दहलाने की आतंकी साजिश नाकाम कर दी गई है। दिल्ली के गाजीपुर फूल मंडी में एक लावारिस बैग में आइईडी मिला, जिसे निष्क्रिय कर दिया गया। पाकिस्तान सीमा से सटे पंजाब के अमृतसर में पांच किलो आरडीएक्स बरामद हुआ है। आशंका जताई जा रही है कि आइएसआइ और खालिस्तानी आतंकियों ने चुनाव के दौरान धमाकों के लिए यह विस्फोटक सामग्री भेजी थी। श्रीनगर के ख्वाजा बाजार में आम लोगों को निशाना बनाने के लिए बोरी में छिपाकर रखी गई प्रेशर कुकर आइईडी बरामद हुई। समय रहते इसे भी निष्क्रिय कर दिया गया।
दिल्ली दहलाने की नाकाम हो गई साजिश
मकर संक्रांति के दिन शुक्रवार सुबह करीब 10:19 बजे पुलिस को गाजीपुर के फूल मंडी के गेट के पास एक लावारिस बैग की सूचना मिली। इसके बाद हड़कंप मच गया। तुरंत मंडी को खाली कराया गया। पुलिसकर्मियों ने बैग खोला तो उसमें आइईडी होने की आशंका हुई। एनएसजी की देखरेख में रोबोट के जरिये इसे उठाकर एक मशीन में डाला गया और पार्किंग के पास गड्ढा खोदकर नष्ट कर दिया गया।
आतंकी साजिश के एंगल पर हो रही जांच
इस दौरान हुआ धमाका इतना तेज था कि आसपास मौजूद लोग भी सहम गए। पुलिसकर्मियों ने बताया कि आइईडी करीब दो किलो का था। फोरेंसिक टीम ने यहां से सैंपल उठाए हैं। स्पेशल सेल में मामला दर्ज करने के बाद आतंकी साजिश सहित अन्य पहलुओं पर जांच की जा रही है।
पंजाब को दहलाने की साजिश नाकाम
पंजाब में स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने विधानसभा चुनाव के दौरान धमाके करने की पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ और पाक में बैठे आतंकियों की बड़ी साजिश को बेनकाब कर दिया है। आइजी मोहनीश चावला ने बताया कि एसटीएफ को सूचना मिली थी कि भारत-पाक सीमा से लगभग दो किलोमीटर पहले अटारी से बच्चीविंड रोड स्थित डेरा बाबा गुलाब शाह के पास खेत में नशे और बारूद की खेप छिपाकर रखी है।
आइईडी की खेप बरामद
सर्च अभियान में वहां एक प्लास्टिक के बड़े लिफाफे से इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिफ डिवाइस (आइईडी) की खेप बरामद हुई। इसमें दो किलो सात सौ ग्राम आरडीएक्स, एक किलो 360 ग्राम लोहे की छोटी बाल्स (छर्रे), लोहे के तीन कंटेनर, तीन इलेक्टि्रक डेटोनेटर, एक डीजिटिल टाइमर और एक लाख की भारतीय करंसी बरामद हुई है। आइजी ने बताया कि धमाके के लिए आतंकियों ने डिवाइस तैयार कर रखी थी। बस उसे जोड़ते ही एक घंटा दो मिनट के भीतर धमाका हो जाना था।
हिरासत में तीन संदिग्ध युवक
आईजी ने बताया कि उक्त खेप पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ के मार्फत पंजाब में बैठे खालिस्तानी आतंकियों के लिए भारत भेजी गई है। उन्होंने आशंका जताई है कि उक्त आरडीएक्स का इस्तेमाल चुनाव रैलियों या फिर भीड़ वाले क्षेत्रों में किया जाना था। एसटीएफ ने पूछताछ के लिए तीन संदिग्ध युवकों को हिरासत में लिया है। वे सीमा के साथ सटे गांवों में ही रहते हैं। आइईडी को निष्कि्रय करने के लिए जालंधर से बम निरोधक दस्ता मंगवाना पड़ा। अगर धमाका किया जाता तो इसके छर्रे (लोहे के बाल्स) दस सेकेंड में आठ किलोमीटर दूर जाकर गिरते।
गुरदासपुर से भी मिला था आरडीएक्स
बता दें कि इससे पहले 10 जनवरी को नवांशहर पुलिस ने इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन के छह सदस्यों को गिरफ्तार किया था। इनसे पूछताछ के बाद गुरदासपुर से 13 जनवरी को ढाई किलो आरडीएक्स बरामद किया गया था। यह खेप पाक में बैठे आतंकी लखबीर सिंह रोडे ने अपने साथी की मदद से भारत पहुंचाया था।
श्रीनगर में धमाके से होता बड़ा नुकसान
श्रीनगर में मिले आइईडी से अगर धमाका हो जाता तो बड़ा नुकसान हो सकता था। बताते हैं कि ख्वाजा बाजार में कुछ लोगों ने एक जगह प्रेशर कुकर को लावारिस पड़ा देखा तो पुलिस को सूचित किया। पुलिस का कहना था कि प्रेशर कुकर के भीतर एक ग्रेनेड था। इस जगह अक्सर पुलिस व सीआरपीएफ के जवान भी गश्त के दौरान गुजरते हैं। गांदरबल के वतलार इलाके में एक बाग में आतंकियों द्वारा छिपाए गए हथियारों का जखीरा मिला। बरामद जखीरे में एक एके 47 राइफल, दो ग्रेनेड, तीन यूबीजीएल, सात डेटोनेटर, तीन फ्यूज, एक बैग शामिल है।
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