साबरमती नदी में कूदकर जान देने वाली आयशा की कहानी सामने आने के बाद एक और जहां दहेज के खिलाफ आवाज तेज हो गई है वहीं दूसरी ओर यूपी के बदायूं में एक और युवती ने दहेज की डिमांड के चलते अपनी जान दे दी. अहमदाबाद की आयशा के बाद अब बदायूं की शमां दहेज के दानव का शिकार बन गई. जानकारी के मुताबिक यह घटना बदायूं के सकरी जंगल गांव की है. गांव की युवती शमां (22 साल) और अतीक (25 साल) एक दूसरे को प्यार करते थे. दोनों के संबंधों की जानकारी जब उनके परिवारों की हुई तो परिजनों ने इनके प्रेम को निकाह की मुहर लगाना ही मुनासिब समझा. बात काफी आगे भी बढ़ चुकी थी. 17 मार्च को दोनों की मंगनी भी होने वाली थी.
मंगनी से पहले अतीक ने निकाह के लिए कुछ शर्तें रख दीं. युवती का परिवार उन मांगों को पूरा नहीं कर पा रहा था. परिवार में आपस मे काफी बातें हुई लेकिन अतीक ने किसी की नहीं मानी. इस वजह से दोनों पक्षों के विवाद को सुलझाने के लिए गांव में एक पंचायत भी बुलाई गई. लेकिन लड़के ने भरी पंचायत में निकाह से इनकार कर दिया. अपने प्रेमी का यह फैसला वह सह न पाई और आत्महत्या कर ली. बताया जा रहा है कि भरी पंचायत में अतीक ने शमां के मुंह पर निकाह के लिए मना कर दिया था. अपने प्रेमी के बदले अंदाज ने शमां को अंदर तक झकझोर दिया था. जिसके बाद शमां सीधे घर गई और कमरे में फंदे पर लटककर जान दे दी. शमां पहले से ही कह रही थी कि अगर उसका निकाह अतीक से नहीं हुआ तो वह अपनी जान दे देगी.
शमां की आत्महत्या के बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर अतीक की तलाश शुरू कर दी है. अतीक और उसके परिवार पर दहेज मांगने और आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप लगाए गए हैं. इस मामले में बदायूं के एसएसपी संकल्प शर्मा ने कहा, "ये उझानी थाना क्षेत्र की घटना है. जिसमें एक 22 वर्षीय युवती ने अपने ही घर में सुसाइड किया है. इस संबंध में दी गई तहरीर के आधार पर आईपीसी की धारा 306 और डॉवरी प्रोविजन एक्ट के रिलेवेंट सेक्शन में मुकदमा दर्ज किया गया है. जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी.