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10 माह में बीडीयू टीम ने 19 करोड 64 लाख का रेल राजस्व अर्जित किया

Nilmani Pal
9 Feb 2023 12:24 PM GMT
10 माह में बीडीयू टीम ने 19 करोड 64 लाख का रेल राजस्व अर्जित किया
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जबलपुर। व्यवसाय विकास इकाई (बीडीयू) की स्थापना पमरे मुख्यालय और तीनों मंडलों में की गई है। पश्चिम मध्य रेल द्वारा मिशन मोड के तहत माल ढुलाई को बेहद आकर्षक बनाने के लिए मालभाड़ा व्यापारियों को कई तरह की रियायतें/छूट एवं सुविधाएं भी दी जा रही हैं। जिससे व्यापारी अधिक से अधिक रेलवे की तरफ आकर्षित हो रहे हैं। पमरे अपने परंपरागत माल ढुलाई के अलावा अन्य नए माल उत्पादकों को भी प्रोत्साहित कर रही है। परिणाम स्वरूप पमरे ने इस वित्तीय वर्ष के अप्रैल 2022 से जनवरी 2023 तक बीडीयू के तहत नई स्ट्रीम फ्रेट लोडिंग से 19 करोड 64 लाख का रेल राजस्व अर्जित किया। जिसमें अप्रैल में 2 करोड 30 लाख, मई में 1 करोड 50 लाख, जून में 6 करोड़ 60 लाख, जुलाई में लगभग 57 लाख, अगस्त लगभग 33 लाख सितम्बर में 01 करोड़ 14 लाख, अक्टूबर में 59 लाख, नंवबर में 86 लाख, दिसम्बर में 01 करोड़ 49 लाख एवं जनवरी में 4 करोड़ 26 लाख रुपए का रेल राजस्व अर्जित किया।

पमरे के तीनों मण्डलों में स्थापित बीडीयू मार्केटिंग के तहत जनवरी माह में निम्नानुसार नया बिजनेस हासिल किया है :-

फ्लाई ऐश लोडिंग:- भोपाल मण्डल के साइडिंग श्री सिंगाजी थर्मल पॉवर प्लांट से फुरसुंगी एवं अंकाई कल्ला (भुसावल मण्डल), दौंड (सोलापुर मण्डल), दहानू रोड (मुंबई सेन्ट्रल मण्डल) और भिवंडी रोड (मुंबई मण्डल) के लिए 08 रैक फ्लाई ऐश की लोडिंग की गई। इससे रेलवे को रुपये 1 करोड़ 71 लाख की आय प्राप्त हुई। इसी प्रकार जेपी बीना थर्मल पॉवर प्लांट से 06 रैक वॉन्डर सीमेंट साइडिंग, 03 रैक अल्ट्रा सीमेंट साइडिंग शम्भुपुरा एवं चित्तौड़गढ़ और 01 रैक अल्ट्रा सीमेंट साइडिंग जावद रोड एवं निम्बाहेड़ा (रतलाम मण्डल) के लिए फ्लाई ऐश की लोडिंग की गई। इससे रेलवे को रुपये 1 करोड़ 76 लाख की आय प्राप्त हुआ।

कन्टेनर लोडिंग:- कोटा मण्डल में पीएफटी मेसर्स कृभको इन्फ्रास्ट्रक्चर हिण्डौनसिटी स्टेशन से बाईहाटा (रंगिया मंडल) के लिए 02 रैक की कंटेनर लोडिंग की गई, जिससे रेलवे को 78 लाख 95 हजार रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ।

उल्लेखनीय है कि रेकों की ट्रैकिंग कर व्यापारियों को उनके कंसाइनमेंट की समय पर सटीक जानकारी दी जा रही है। मौजूदा नेटवर्क में मालगाड़ियों की गति में वृद्धि की गई है। मालगाड़ियों की गति में वृद्धि होने से हितधारकों की लागत में बचत हो रही है। उपरोक्त के अतिरिक्त प्रबंधन प्रणाली को मजबूत और मित्रवत बनाकर माल ढुलाई के क्षेत्र में पश्चिम मध्य रेल नये-नये आयाम स्थापित कर रहा है।

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