दिल्ली। ट्विटर ने अपनी नई पॉलिसी के तहत बीबीसी को सरकारी मीडिया करार देते हुए सुनहरे रंग का लेवल दिया है। 22 लाख फॉलोअर्स वाले बीबीसी के ट्विटर हैंडल पर आपको अब 'सरकार द्वारा वित्त पोषित मीडिया' लिखा हुआ नजर आएगा। बीबीसी ने हालांकि इसका विरोध किया है। बीबीसी ने कहा है कि इस मुद्दे को जल्द से जल्द हल करने के लिए ट्विटर से बात की जा रही है। आपको बता दें कि बीबीसी के हर अकाउंट को गोल्डन टिक ही दिया गया है।
बीबीसी ने बयान जारी कर कहा, "हम इस मुद्दे को जल्द से जल्द हल करने के लिए ट्विटर से बात कर रहे हैं। बीबीसी स्वतंत्र है और हमेशा से रहा है। हम ब्रिटिश जनता द्वारा लाइसेंस शुल्क के माध्यम से वित्त पोषित हैं।'' 1927 के बाद से बीबीसी ने यूके सरकार से सहमत एक रॉयल चार्टर के माध्यम से अपनी कंपनी को चलाया है। चार्टर का मानना है कि, बीबीसी को संपादकीय और अन्य संपादकीय निर्णयों के लिए स्वतंत्र होना चाहिए।
बीबीसी के अलावा अमेरिका के नेशनल पब्लिक रेडियो (एनपीआर) के साथ भी ट्विटर ने कुछ ऐसा ही किया है। यूएस पब्लिक ब्रॉडकास्टर को सरकार से संबंध रखने वाला मीडिया करार दिया है। इसके अलावा रूस के आरटी और चीन के सिन्हुआ न्यूज को भी इसी कैटेगरी में रखा है।