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बीबीसी का दावा: यूपी के डिप्टी सीएम धर्म संसद के सवाल पर भड़क गए, माइक फेंका, और...
jantaserishta.com
11 Jan 2022 5:41 AM GMT
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नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य (keshav prasad maurya) से जब धर्म संसद से जुड़ा सवाल पूछा गया तो वह भड़क गए. इंटरव्यू को बीच में छोड़कर गए मौर्य ने कहा कि धर्म संसद चुनाव से जुड़ा मुद्दा नहीं है और धर्माचार्यों को अपने मंच से अपनी बात कहने का अधिकार है.
बीबीसी हिंदी को दिए इंटरव्यू में यूपी के उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य से हरिद्वार और रायपुर में हुई धर्म संसदों पर सवाल पूछा गया था. इंटरव्यू के आखिर में उन्होंने माइक भी उतार फेंका था. बीबीसी के मुताबिक, मौर्य ने अपने सुरक्षाकर्मी को बुलाकर इंटरव्यू की फुटेज भी डिलीट करा दी थी, जिसे बाद में किसी तरह रिकवर किया गया.
जिन धर्म संसदों पर सवाल किया गया था, वे दोनों ही चर्चा में आई थीं क्योंकि एक में मुस्लिमों तो दूसरी में महात्मा गांधी के लिए भड़काऊ बयानबाजी और अपशब्दों का इस्तेमाल हुआ था. मौर्य ने पहले कहा कि बीजेपी को किसी तरह का प्रमाण पत्र देने की जरूरत नहीं है और वह सबका साथ, सबका विकास की बात करती है.
धर्म संसदों से जुड़े सवाल पर मौर्य ने कहा कि धर्माचार्यों को अपने मंच से अपनी बात कहने का अधिकार है. वह बोले कि आप सिर्फ हिंदू धर्म आचार्यों की ही बात क्यों करते हैं. बाकी धर्माचार्यों (दूसरे धर्म के) द्वारा क्या-क्या बयान दिए गए हैं, उनकी बात क्यों नहीं करते हो.
मौर्य ने आगे कहा कि जम्मू कश्मीर से 370 हटने से पहले कितने लोगों को वहां से पलायन करना पड़ा उसकी बात क्यों नहीं होती. डिप्टी सीएम ने कहा कि धर्म संसद भारतीय जनता पार्टी की नहीं थी. संत अपनी बैठक में क्या बात करते हैं ये उनका विषय हैं. और जो उनके मंच से उचित बात होती है वही वे (संत) लोग कहते हैं.
क्या धर्म संसद से जुड़े लोग यूपी चुनाव के लिए माहौल बनाने की कोशिश नहीं कर रहे? इसपर मौर्य ने कहा कि ऐसा कोई माहौल बनाने की कोशिश नहीं हो रही. मौर्य ने कहा कि धर्म संसद में किसी के नरसंहार की बात नहीं हुई और यह मुद्दा चुनाव से जुड़ा नहीं है.
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