तेलंगाना के जनगांव जिले के पेमबर्थी में एक किसान की आंखें तब चमक उठीं जब गुरुवार को एक बंजर ज़मीन के समतलीकरण के दौरान सोने से भरा बर्तन खनखना उठा. किसान नरसिम्हा को लगभग 5 किलो सोने के बेशक़ीमती आभूषण मिले. इनकी कीमत करीब 2 करोड़ रुपये है.
ख़ज़ाने की बात जंगल में आग की तरह फैल उठी और सैकड़ों लोग इकट्ठा हो गए. प्रशासन के लोग भी आनन फ़ानन में मौके पर पहुंच गए और पड़ताल शुरू कर दी. सोना बरामद कर निरीक्षण के लिए भेज दिया गया है. नरसिम्हा ने एक महीने पहले ही 11 एकड़ जमीन खरीदी थी और वो इसके लेवलिंग में लगा था.
घड़े में सोने की 22 इयरिंग (77.22 Gm), 51 गुंदेलु (58.800 gm), 11 पुस्थेलु (17.800 gm),एक 13 ग्राम का नागा पडिगेलु, 24 ग्राम की एक छोटी सोने की छड़ी मिली तो वहीं चांदी की 26 छड़ी (1.227 Gm), 5 चेन (216 Gm), 21 सिल्वर रिंग (242 gm) और 37 अन्य सिल्वर आइटम्स मिले जिनका वजन 42 ग्राम है. इसके अलावा 7 रूबी (6.500 gm) और एक 1 किलो 200 ग्राम का तांबे का कलश मिला. माना जा रहा है कि यह ख़ज़ाना काकतीय वंश का है. काकतीय साम्राज्य की राजधानी वारंगल थी. जनगांव पूर्व में वारंगल का हिस्सा था और हाल ही में अलग ज़िला बनाया गया है.
इससे पहले जून 2020 में तेलंगाना के संगारेड्डी जिले के जहीराबाद में एक किसान को खेत की जुताई करते हुए जमीन के नीचे से सोना और ढेर सारे रत्न मिले थे. इतना ही नहीं किसान को जमीन के अंदर से और भी कई सारे एंटीक्स मिले. ये सभी एंटीक्स सोने, चांदी और तांबे के हैं. येर्रागद्दापल्ली गांव के किसान याकूब अली, फसल की बुआई के लिए अपने खेतों की जुताई कर रहे थे तभी उन्हें जमीन के नीचे से सोना और ढेर सारे रत्न मिले. खेत में जुताई के दौरान याकूब अली का हल किसी चीज से टकराया. फिर उन्होंने यह देखने कि कोशिश की आखिर हल किस चीज से टकराया है, जब याकूब अली ने ठीक तरह से देखा तो वो हक्के-बक्के रह गए. शुरुआत में उन्हें तीन कांसे के बर्तन मिले. जिसमें आभूषण भरे थे. बाद में और भी कई एंटीक्स मिले. खुदाई में 25 सोने के सिक्के, गले के आभूषण, अंगूठियां, पारंपरिक बर्तन मिले हैं. जिसे पुरातत्व विभाग के पास भेज दिया गया था.