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मंदिरों पर लगने वाले मेलों में मुस्लिमों के दुकान लगाने पर लगा प्रतिबंध

jantaserishta.com
23 March 2022 3:01 AM GMT
मंदिरों पर लगने वाले मेलों में मुस्लिमों के दुकान लगाने पर लगा प्रतिबंध
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बेंगलुरु. पिछले हफ्ते कर्नाटक हाई कोर्ट ने स्कूल और कॉलेज में हिजाब पहनने पर बैन (Hijab Ban) लगा दिया था. लेकिन हाईकोर्ट के फैसले के बाद भी कर्नाटक में हिजाब का विवाद (Hijab Row) थमने का नाम नहीं ले रहा. कई मुस्लिम संगठन लगातार इसका विरोध कर रहे हैं. पिछले हफ्ते इन संगठनों ने राज्य में बंद का भी आह्वान किया था. इस बीच अब खबर है कि कर्नाटक के तटीय इलाकों में लगने वाले मेलों में मुस्लिम संगठनों को दुकान लगाने से मना किया जा रहा है.


अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक आयोजन समितियों पर कथित तौर पर दक्षिणपंथी हिंदू संगठन दबाव बना रहे हैं. वो नहीं चाहते हैं कि मेलों में यहां मुसलमानों को दुकान लगाने की इजाजत दी जाए. बता दें कि पिछले दिनों कर्नाटक हाईकोर्ट द्वारा शैक्षणिक संस्थानों में हिजाब पर प्रतिबंध को बरकरार रखने के बाद, कई मुस्लिम दुकानदारों ने विरोध के रूप में शटर गिरा दिए थे.
राज्य के तटीय इलाकों के मंदिरों में सालाना उत्सव के दौरान आमतौर पर अप्रैल-मई में मेले लगते हैं. इससे करोड़ों का राजस्व मिलता है. सांप्रदायिक तनाव के बावजूद पहले ऐसा कभी नहीं देखा गया है कि इस तरह के त्योहारों में किसी समुदाय के बिजनेस को नुकसान पहुंचाया गया हो. लेकिन हिजाब पर हाईकोर्ट के फैसले पर मुसलमानों द्वारा बुलाए गए बंद के बाद, क्षेत्र के कई मंदिरों ने अपने त्योहारों में मुसलमानों के प्रवेश पर रोक लगा दी है.
20 अप्रैल को होने वाले महालिंगेश्वर मंदिर के सालाना उत्सव के आयोजकों ने नीलामी में मुसलमानों के भाग लेने पर रोक लगा दी है. आयोजकों ने स्पष्ट किया है कि 31 मार्च को बोली में भाग लेने के लिए सिर्फ हिंदू ही एलिजिबल होंगे. हालांकि मंदिर के अधिकारियों ने फिलहाल इस पर कुछ भी कहने से मना कर दिया है. इसी तरह, उडुपी जिले के कौप में होसा मारिगुडी मंदिर ने इस सप्ताह आयोजित होने वाले वार्षिक मेले के लिए 18 मार्च को हुई नीलामी में मुसलमानों को स्टॉल आवंटित करने से इनकार कर दिया. मंदिर प्रशासन समिति के अध्यक्ष रमेश हेगड़े ने कहा कि उन्होंने एक प्रस्ताव पारित किया जिसमें केवल हिंदुओं को दुकानों की नीलामी में भाग लेने की अनुमति दी गई.
अखबार के मुताबिक हिंदू जागरण वेदिके के मंगलुरु डिवीजन के महासचिव प्रकाश कुक्केहल्ली ने कहा कि हिजाब पर हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ मुसलमानों द्वारा अपनी दुकानें बंद करने के बाद स्थानीय मंदिर में पूजा करने वाले लोग नाराज़ थे. दक्षिण कन्नड़ जिले में, बप्पनडुई श्री दुर्गापमेश्वरी मंदिर के वार्षिक उत्सवों के एक होर्डिंग में कहा गया है,'जो लोग कानून का सम्मान नहीं करते हैं और जो उन गायों की हत्या करते हैं जिनकी हम प्रार्थना करते हैं और जो एकता के खिलाफ हैं, उन्हें व्यापार करने की इजाजत नहीं दी जाएगी. हम उन्हें बिज़नेस करने की अनुमति नहीं देंगे. हिंदू जागरूक है.'
मंगलुरु शहर के पुलिस आयुक्त एन शशि कुमार ने कहा, 'हम पता लगा रहे हैं कि इन पोस्टर को किसने लगाया. अगर नागरिक एजेंसी शिकायत दर्ज करने के लिए तैयार है, तो हम अपनी कानूनी टीम से परामर्श करेंगे और उसके अनुसार कार्रवाई करेंगे.'


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