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बलरामपुर: 21 साल की युवती बनी जिला पंचायत अध्यक्ष, कलेक्टर ने दिलाई पद एवं गोपनीयता की शपथ

Admin2
12 July 2021 12:32 PM GMT
बलरामपुर: 21 साल की युवती बनी जिला पंचायत अध्यक्ष, कलेक्टर ने दिलाई पद एवं गोपनीयता की शपथ
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छात्र जीवन से राजनीति में एंट्री लेने वाली 21 साल की आरती तिवारी ने जिला पंचायत अध्यक्ष के रूप में शपथ ली. बलरामपुर की जिलाधिकारी श्रुति ने उन्हें पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई. इसके साथ ही आरती तिवारी के नाम इस साल यूपी की सबसे कम उम्र की जिला पंचायत अध्यक्ष बनने का रिकॉर्ड दर्ज हो गया है. यूपी के बलरामपुर जिले में बीए तृतीय वर्ष की छात्रा आरती तिवारी को डीएम श्रुति ने पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई. इस अवसर पर जिला पंचायत के सभागार में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में कैसरगंज के बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे. जिला पंचायत अध्यक्ष बनने वाली आरती तिवारी एमएलके पीजी कॉलेज में तृतीय वर्ष की छात्रा हैं. बीजेपी ने आरती तिवारी को चौधरीडीह जिला पंचायत क्षेत्र से अपना उम्मीदवार बनाया था, जिसमें आरती तिवारी भारी मतों से विजई हुईं.

छात्र जीवन से सीधे राजनीतिक जीवन में प्रवेश करते हुए आरती तिवारी ने समाज के प्रति अपने दायित्वों के निर्वहन का संकल्प लिया है. साथ ही कहा कि पार्टी ने उन्हें जो जिम्मेदारी सौंपी है उसका निर्वहन करते हुए निष्ठा के साथ काम करूंगी. बीजेपी केंद्रीय नेतृत्व में आरती तिवारी को ही अपना जिला पंचायत अध्यक्ष पद का प्रत्याशी बनाया, जिसमें आरती तिवारी निर्विरोध निर्वाचित हुईं. सोमवार को पद ग्रहण समारोह में बीजेपी के सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने कहा की भाजपा सरकार का नारा "सबका साथ सबका विकास" और "बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ" बलरामपुर की धरती पर चरितार्थ हो रहा है.

जिला पंचायत के 40 सदस्यों ने भी अपने पद और गोपनीयता की शपथ ली. नवगठित जिला पंचायत बोर्ड में जिला पंचायत अध्यक्ष सहित 90 प्रतिशत सदस्य युवा हैं. बता दें आरती तिवारी की उम्र महज 21 साल है. आरती अभी बलरामपुर जिले के महारानी लाल कुंवरि स्नातकोत्तर महाविद्यालय में बीए तृतीय वर्ष की छात्रा हैं और पहले जिला पंचायत सदस्य बनीं और जिला पंचायत अध्यक्ष निर्विरोध हुईं. आरती के चाचा श्याम मनोहर तिवारी बलरामपुर जिले में बीजेपी कि पुराने और दिग्गज नेता माने जाते हैं. बीजेपी ने पहले उन्हें ही जिला पंचायत सदस्य का टिकट दिया था, लेकिन श्याम मोहन तिवारी ने जब देखा कि सपा से किरण यादव को टिकट दिया है, तो उन्होंने बड़ा उलटफेर करते हुए अपनी भतीजी आरती तिवारी को मैदान में उतार दिया.

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