दिल्ली पुलिस ने एक ऐसे शख्स को गिरफ्तार किया है जो लोगों से हाईकोर्ट और जिला अदालतों में नौकरी लगवाने के नाम पर ठगी करता था. मेरठ में लोग उसे धागे वाले बाबा के नाम से जानते हैं. आरोपी खुद को ज्योतिषी बताकर लोगों की मनोकामना पूरी करने का वादा करता और हाथ में धागा बांधता था. आरोपी ने दिल्ली में ही कई लोगों से नौकरी दिलाने के नाम पर पैसे वसूले और फरार हो गया. आरोपी का नाम रक्षित है.
कुछ दिनों पहले रविंद्र नाम के एक शख्स ने पुलिस में हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार के सिग्नेचर को वेरिफाई करने के लिए अर्जी दी थी. दरअसल यह सिग्नेचर फर्जी था. पुलिस से पूछताछ में पता चला कि उसे यह सर्टिफिकेट 2020 में रक्षित नाम के शख्स ने दिया था. रक्षित ने दिल्ली हाईकोर्ट में नौकरी के नाम पर रविन्द्र से 5 लाख रुपये लिए थे. जांच में पता चला कि रक्षित गौतम ने हाईकोर्ट और जिला अदालतों में नौकरी लगवाने के नाम पर कई और लोगों से भी पैसे हड़पे, जिसके बाद वह फरार हो गया. पुलिस को ऐसे 5-6 पीड़ित मिले हैं जिनके साथ जालसाजी की गई है. आरोपी रक्षित ने इस दौरान 15-16 मोबाइल नंबर भी बदले. लोगों के साथ ठगी की वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी फोन नंबर ही बदल लेता था.
पुलिस को पता चला कि रक्षित मेरठ में है. दिल्ली पुलिस ने मेरठ में छापेमारी की तो जानकारी हासिल हुई कि रक्षित को लोग वहां धागे वाले बाबा के नाम से जानते हैं और बड़े सम्मान से उसका नाम लेते हैं. यह भी पता चला कि वह लोगों की मनोकामना पूरी करने के लिए उन्हें धागे बांधता था और ठगी करता था. रक्षित के पास से कोर्ट की फर्जी मुहर और दस्तावेज बरामद हुए हैं. रक्षित ने दिल्ली विश्वविद्यालय के मोतीलाल नेहरू कॉलेज से बीकॉम भी किया है. पुलिस गिरफ्तार आरोपी से लगातार पूछताछ कर रही है और यह भी जानने की कोशिश कर रही है कि उसने दिल्ली के अलावा और किन जगहों पर ठगी की वारदात को अंजाम दिया है.