जयपुर। कई चोर और लुटेरे केवल चोरी व लूट ही नहीं करते, बल्कि अपने इस गलत धंधे के पाप को धोने के लिये भगवान के मंदिर में चढ़ावा भी चढ़ाते हैं. लेकिन वे भूल जाते हैं कि भगवान के घर देर है अंधेर नहीं. कुछ ऐसा ही वाकया पिछले दिनों राजधानी जयपुर में सामने आया है. यहां 45 लाख की लूट को अंजाम देने के बाद एक लुटेरे ने भगवान के मंदिर में 50 हजार रुपये दान किये. लेकिन इस दौरान उसका यह मूवमेंट वहां लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया और वह पकड़ा गया. बाद में उसके साथी भी पकड़े गये.
पुलिस के अनुसार पिछले दिनों जयपुर में एक लुटेरे ने बंदूक की नोक पर दो लोगों से 45 लाख रुपये लूटे थे. लुटेरे शातिराना अंदाज में लूट की इस वारदात को अंजाम दिया. पुलिस का गुमराह करने के लिये उसने चेहरे पर मास्क पहना और एक के ऊपर दूसरा शर्ट पहना था. लुटेरे ने वारदात को अंजाम देने के बाद अपनी एक शर्ट को उतारकर अजमेर पुलिया के पास फेंक दी. उसकी यह हरकत वहां लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई. बाद में यह लुटेरा 50 हजार रुपये दान करने के लिये मंदिर पहुंचा. वहां भी वह सीसीटीवी कैमरे की जद में आ गया.
पुलिस ने जब मामले की जांच-पड़ताल की तो उसमें पार्थ नाम के एक शख्स की बात सामने आई. इस पर पुलिस कड़ी से कड़ी जोड़ते हुये और सीसीटीवी कैमरों के फुटेज के जरिये लुटेरे तक पहुंची और उसे गिरफ्तार कर लिया. बाद में पूछताछ में उसने लूट के षड़यंत्र में शामिल अन्य लोगों के नाम उजागर किये तो पुलिस ने उनको भी दबोच लिया. इस मामले में पांच लोग शामिल थे. पुलिस की जांच का अहम आधार लुटेरे के मंदिर से मिले फुटेज ही रहे. पुलिस ने लूटी गई रकम बरामद कर ली है.