आजमगढ़ रेप कांड: यूपी बाल संरक्षण आयोग की सदस्य का बयान,पीड़ित परिवार को बताया दोषी
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | वाराणसी: उत्तर प्रदेश में रेप की घटनाएं बढ़ रही हैं। इन सबके बीच नेताओं के बेतुके बयान भी सामने आ रहे हैं। बलिया के चर्चित विधायक सुरेंद्र सिंह के बाद अब यूपी राज्य बाल संरक्षण आयोग की सदस्य सुचिता चतुर्वेदी ने आजमगढ़ में नाबालिग बच्ची से रेप कांड में बेतुका बयान दिया है।
सुचिता चतुर्वेदी ने इस रेप के लिए पीड़िता के परिवार को ही दोषी करार दिया है। उन्होंने कहा कि ये जो घटना है वो पीड़ित परिवार के बगल का परिवार है। एक 21 साल का लड़का 9 साल की बच्ची को नहलाने के लिए ले जाता है और उसके साथ दुष्कर्म करता है तो इसके लिए सरकार दोषी नहीं है। इसके लिए दोषी परिवार है जिसने जिसे अपनी बच्ची की सुरक्षा को लेकर कोई ध्यान नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि रेप के लिए सरकार पर ठीकरा फोड़ना ठीक नहीं है।
सुचिता चतुर्वेदी वाराणसी के बीएचयू स्थित सर सुंदरलाल अस्पताल में भर्ती आजमगढ़ की नाबालिग रेप पीड़ित बच्ची का हाल जानने के लिए आई थीं,लेकिन पीड़ित परिवार के घाव पर मरहम लगाने के बजाय सरकार की ही वकालत करती दिखीं।
ये है पूरा मामला
आजमगढ़ के जीयनपुर कोतवाली क्षेत्र में 30 सितंबर को नौ वर्ष की बच्ची के साथ पड़ोस के युवक ने दुष्कर्म किया। युवक की हैवानियत से पर्दा उस वक्त उठा जब नाबालिक बच्ची को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। बच्ची की हालात बिगड़ती देख 1 अक्टूबर को उसे बीएचयू अस्पताल में रेफर कर दिया गया।