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आयुष तेवतिया ने जेईई एडवांस में हासिल किया 345 रैंक, जानिए टॉपर की कहानी

Nilmani Pal
15 Oct 2021 10:20 AM GMT
आयुष तेवतिया ने जेईई एडवांस में हासिल किया 345 रैंक, जानिए टॉपर की कहानी
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गाजियाबाद के स्वर्ण जयंती पुरम रहने वाले आयुष तेवतिया ने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (आईआईटी) के लिए होने वाली प्रवेश परीक्षा जेईई एडवांस (JEE-Advanced 2021) में 345 रैंक हासिल की है। आयुष के पिता ओमप्रकाश तेवतिया दिल्ली पुलिस में सिपाही के पद पर कार्यरत हैं। आयुष रुड़की आईआईटी से कंप्यूटर साइंस विषय में इंजीनियरिंग करेंगे। आयुष ने बताया कि आईआईटी की तैयारी के लिए वह दिन में करीब 10 से 12 घंटे की तैयारी करते थे। उन्होंने राजनगर स्थित निजी कोचिंग सेंटर में तैयारी की थी।

आयुष के पिता ने बताया कि 2010 में कॉमनवेल्थ गेम के दौरान उनकी ड्यूटी लगी थी। इस दौरान दसवीं और 12वीं के टॉपर बच्चों को प्रधानमंत्री से मिलवाया गया था। इसी दौरान उन्होंने अपने 7 साल के बेटे से अपनी ख्वाहिश बताई थी, तब उनके बेटे आयुष ने अपने पिता को टॉपर बनने का विश्वास दिलाया था और कहा था कि वह भी 12वी में टॉप करेंगे। इसी ख्वाहिश के चलते वह 4 साल से आईआईटी की तैयारी में जुट गए थे। अपनी मेहनत और विश्वास के सहारे उन्होंने गाजियाबाद के सर्वाधिक रैंक प्राप्त करने वाले बच्चों में अपनी जगह बनाई है। दिल्ली मंडल के मृदुल अग्रवाल ने जेईई-एडवांस्ड 2021 में अब तक सर्वाधिक अंक हासिल करते हुए इस साल शीर्ष स्थान हासिल किया है। परीक्षा के नतीजे शुक्रवार को घोषित किए गए। मृदुल (17) को संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई)- एडवांस्ड में 360 में से 348 अंक मिले। वह आईआईटी बंबई से कम्प्यूटर विज्ञान में बीटेक करना चाहते हैं। राजस्थान के रहने वाले मृदुल ने जेईई-मुख्य परीक्षा में भी 100 प्रतिशत अंक हासिल किए थे और 17 अन्य उम्मीदवारों के साथ पहले स्थान पर रहे थे।

वहीं, दिल्ली की ही काव्या चोपड़ा ने लड़कियों में जेईई-एडवांस्ड में पहला स्थान हासिल किया है। वह जेईई-मुख्य परीक्षा में पहला स्थान हासिल करने वाली पहली महिला बनी थीं। उन्हें 360 में से 286 अंक मिले हैं और उनका कुल रैंक 98 है। अधिकारियों ने बताया कि इस साल जेईई-एडवांस्ड में 41,862 उम्मीदवारों को सफलता मिली है जिनमें से 6,452 लड़कियां हैं। इस साल भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) खड़गपुर ने परीक्षा कराई थी। यह प्रतिष्ठित आईआईटी में दाखिले के लिए होने वाली परीक्षा है। देशभर के इंजीनियरिंग कॉलेजों में दाखिले के लिए होने वाली जेईई-मेन्स परीक्षा को जेईई-एडवांस्ड के लिए योग्यता परीक्षा माना जाता है। जेईई-एडवांस्ड के पेपर एक और दो, दोनों में कुल 1,41,699 उम्मीदवारों ने परीक्षा दी थी।

एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि परीक्षा के लिए 97 विदेशी उम्मीदवारों ने रजिस्ट्रेशन कराया था, लेकिन उनमें से केवल 42 ने परीक्षा दी और सात उम्मीदवारों को सफलता मिली। छात्रों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए और अंकों में सुधार करने का मौका देने के लिए इस साल जेईई-मेन परीक्षा चार बार कराई गई। पहले चरण की परीक्षा फरवरी में हुई और दूसरी मार्च में। अगले चरणों की परीक्षा अप्रैल और मई में कराई जानी थी, लेकिन कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के कारण परीक्षा स्थगित कर दी गई। तीसरे चरण की परीक्षा 20 से 25 जुलाई जबकि चौथे चरण की परीक्षा 26 अगस्त से दो सितंबर तक कराई गई। पहले से उपलब्ध नीति के अनुसार, चार सर्वश्रेष्ठ अंकों को ध्यान में रखते हुए उम्मीदवारों का रैंक जारी किया गया।

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