भारत
ऊर्जा संरक्षण पर जागरूकता, Earth Hour के दौरान देश के कई हिस्सों में किया गया अंधेरा
jantaserishta.com
26 March 2022 4:55 PM GMT
x
पढ़े पूरी खबर
#WATCH | India Gate dims the light to mark the #EarthHour2022 in Delhi
— ANI (@ANI) March 26, 2022
People around the world switch off lights in support of nature & the planet on 26 March 2022, between 8:30pm-9:30pm. pic.twitter.com/wtYoF7RI9E
नई दिल्ली: दुनियाभर में ऊर्जा संरक्षण पर जागरूकता बढ़ाने के लिए आज अर्थ आवर मनाया गया. इस दौरान विश्व स्तर पर ऊर्जा संरक्षण के लिए कई ऐतिहासिक स्मारकों पर एक घंटे के लिए बिजली को बंद किया गया. भारत में भी अर्थ आवर के दौरान बिजली बंद करने के लिए लोगों को प्रेरित किया गया था.
#WATCH | Rashtrapati Bhavan in the national capital observes #EarthHour2022
— ANI (@ANI) March 26, 2022
People around the world switch off lights in support of nature & the planet on Saturday, 26 March 2022, between 8:30pm-9:30pm. pic.twitter.com/BfXEwZOAXi
दुनियाभर में हर साल मार्च के आखिरी शनिवार को अर्थ आवर मनाया जाता है. इस दौरान रात 8:30 से 9:30 तक सभी को अपने अपने घरों में बिजली को बंद करने के लिए प्रोत्साहित किया गया. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में राष्ट्रपति भवन भी अर्थ आवर से अछुता नहीं रहा. अर्थ आवर के दौरान राष्ट्रपति भवन में लाइटें बंद कर दी गईं थी.
दिल्ली के कई इलाकों में अर्थ आवर के दौरान लोगों को ऊर्जा संरक्षण की इस मुहिम में हिस्स लेते देखा गया. इसके साथ ही अर्थ आवर शुरू होने के बाद दिल्ली में एतिहासिक इमारत इंडिया गेट पर भी बिजली को बंद कर दिया गया.
दिल्ली के साथ ही अर्थ आवर का क्रेज पश्चिम बंगाल में भी देखने को मिला. अर्थ आवर के दौरान ऊर्जा संरक्षण पर जागरूकता बढ़ाने के लिए रात 8:30 से 9:30 बजे के बीच पश्चिम बंगाल सरकार ने कोलकाता के हावड़ा ब्रिज की लाइटों को बंद कर दिया था.
इसके अलावा मुंबई में भी अर्थ आवर को मनाया गया. अर्थ आवर के दौरान मुंबई में बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) बिल्डिंग की लाइटों को बंद किया गया था.
बता दें कि साल 2007 में 'अर्थ आवर डे' मनाए जाने की शुरुआत हुई थी. सबसे पहले ऑस्ट्रेलिया के सिडनी शहर से शुरू हुए 'अर्थ आवर डे' दुनियाभर में पॉपुलर हो गया. 'अर्थ आवर डे' के दौरान कई देशों में गैरजरूरी बत्तियां रात 8.30 से 9.30 बजे तक बंद कर दी जाती हैं. इसका सबसे मुख्य उद्देश्य ऊर्जा संरक्षण पर जागरूकता को बढ़ावा देना है.
Next Story