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देश के विमानन नियामक डीजीसीए ने गुरुवार को बोइंग 737 मैक्स विमानों के वाणिज्यिक परिचालन पर लगी पाबंदी लगभग ढाई साल बाद हटा ली.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क ;- देश के विमानन नियामक डीजीसीए ने गुरुवार को बोइंग 737 मैक्स विमानों के वाणिज्यिक परिचालन पर लगी पाबंदी लगभग ढाई साल बाद हटा ली. उल्लेखनीय है कि नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने इथोपियाई एयरलाइंस 737 मैक्स विमान के 10 मार्च को अदिस अबाबा के समीप दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद 13 मार्च, 2019 को सभी बोइंग 737 मैक्स विमानों की उड़ानों पर रोक लगा दी थी. इस हादसे में 157 लोगों की मौत हो गयी थी.
विमान बनाने वाली बोइंग मार्च 2019 से 737- मैक्स विमान में बदलाव कर रही है ताकि डीजीसीए समेत विभिन्न देशों के नियामक यात्री उड़ान सेवा की फिर से अनुमति दे. डीजीसीए ने 26 अगस्त, 2021 को अपने आदेश में कहा कि बोइंग 737 मैक्स एयरलाइन के परिचालन की अनुमति दी जाती है. यह अनुमति सेवा शुरू होने की जरूरतों को पूरा करने पर निर्भर है. नागर विमानन महानिदेशालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने 737 मैक्स विमानों के वाणिज्यिक उड़ानों पर लगी पाबंदी हटाये जाने की पुष्टि की है.
स्पाइसजेट के पास हैं 12 बोइंग- 737 विमान
फिलहाल, केवल स्पाइसजेट एयरलाइन के बेड़े में बोइंग- 737 विमान है. भारत में किसी अन्य विमानन कंपनी के पास मैक्स विमान नहीं है. डीजीसीए के आदेश के बाद स्पाइसजेट को 12 मैक्स विमानों के वाणिज्यिक परिचालन पर रोक लगानी पड़ी थी.
जेट एयरवेज के पास थे 5 मैक्स विमान
जेट एयरवेज के बेड़े में भी पांच मैक्स विमान थे. हालांकि विमान पट्टे पर देने वालों का बकाया नहीं चुकाने के कारण इन विमानों का परिचालन 13 मार्च, 2019 के पहले से बंद था. एक महीने बाद कोष के अभाव में जेट एयरवेज ने परिचालन बंद कर दिया था.
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