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ऑटो एक्सपो 2023: वीकेंड में 1 लाख के आसपास दर्शकों के पहुंचने की संभावना

jantaserishta.com
15 Jan 2023 7:30 AM GMT
ऑटो एक्सपो 2023: वीकेंड में 1 लाख के आसपास दर्शकों के पहुंचने की संभावना
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फाइल फोटो

ग्रेटर नोएड (आईएएनएस)| उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर जिले में इस समय ग्रेटर नोएडा इलाके में बने एक्सपो मार्ट में हो रहे ऑटो एक्सपो 2023 की धूम न सिर्फ एनसीआर में बल्कि देशभर में मची हुई है। इस ऑटो एक्सपो में नई दौर की कारों में आधुनिक तकनीक के साथ-साथ सुरक्षा का भी पूरा ख्याल रखा गया है और यहां पर पेश की जा रही गाड़ियां आने वाले भविष्य का वाहन हैं।
इसीलिए इस बार यहां पर इलेक्ट्रिक वाहनों और प्राकृतिक ईंधन से चलने वाले वाहनों का बिल्कुल अलग पवेलियन बनाया गया है और वहां पर रखी गई गाड़ियां लोगों को काफी लुभा रही हैं। बीते शुक्रवार की बात करें तो करीब 50 हजार से अधिक दर्शक वाहनों का दीदार करने पहुंचे थे।
माना जा रहा है शनिवार और रविवार को मिलाकर यह संख्या 1 लाख के पार पहुंच सकती है। अपने आने वाले भविष्य की गाड़ियों को देखने के लिए लोग उत्सुक हैं और यह भी जानना चाहते हैं कि वह किन गाड़ियों को किन अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ इस्तेमाल कर सकेंगे।
ऑटो एक्सपो में शुक्रवार को 50 हजार से अधिक दर्शक वाहनों को देखने पहुंचे थे। शनिवार को यह संख्या 1 लाख के पार पहुंचने की संभावना है। वीकेंड होने के कारण आयोजक शनिवार और रविवार को ज्यादा संख्या में लोगों के पहुंचने की उम्मीद जता रहे हैं। ऐसे में जाम और परेशानी से बचने के लिए मेट्रो का प्रयोग करना ही ज्यादा सुविधाजनक साबित होगा।
वही आयोजकों ने भी आधिकारिक तौर पर ऑटोएक्सपो को आम जनता के लिए खोल दिया है। शनिवार, रविवार को आम लोग 475 का टिकट लेकर एक्स्पो में आ सकते हैं। ग्रेटर नोएडा में ऑटो एक्सपो के 16वें संस्करण की शुरूआत 11 जनवरी से हुई थी। पहले 2 दिन आम जनता को प्रवेश नहीं दिया गया। शुक्रवार को तीसरे दिन व्यवसायिक रहा। शनिवार को ऑटो एक्सपो आम जनता के लिए खोल दिया गया।
शनिवार सुबह 11:00 बजे से प्रवेश मिलना शुरू हो गया। ऑटो एक्सपो देखने आने वाले लोगों की एक्सपो मार्ट के पास गोल चक्कर में कार पार्क करनी होती है। इसके बाद पैदल रास्ता तय कर ऑटो में पहुंचना होगा।
3 साल बाद हो रहे इस ऑटो एक्सपो में देश विदेश की जानी-मानी ऑटोमोबाइल कंपनियां अपने उत्पादन लांच कर रही हैं। कुल 75 उत्पादों को इस मेले में लांच किया जाएगा। इनमें नई कारों के साथ भविष्य की कार्य भी शामिल होंगी। 3 साल बाद हो रही वापसी में ऑटोमोबाइल कंपनियां भविष्य की तकनीक और आगामी मॉडलों को प्रदर्शित करेंगी।
इन कंपनियों में मारुति सुजुकी, हुंडई, टाटा मोटर्स, किया इंडिया, टोयोटा, किर्लोस्कर और एमजी मोटर इंडिया ऑटो एक्सपो का नेतृत्व कर रही है। ऑटो एक्सपो के पहले दिन 30 वाहनों की लॉन्चिंग हुई। इस बार ऑटो एक्सपो में पेश किए जा रहे 75 वाहनों में से आधे से ज्यादा वाहन इलेक्ट्रिक वाहन और प्राकृतिक ईंधन से चलने वाले वाहन हैं।
ऑटो एक्सपो 2023 के औपचारिक उद्घाटन में पहुंचे केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि भारत के विकास में ऑटोमोबाइल सेक्टर में बड़ा योगदान दिया है। 8 साल पहले जीडीपी 2.77 फीसद थी, अब 6 फीसद पर पहुंच गई है।
इसमें साफ है कि ऑटोमोबाइल उद्योग बढ़ रहा है और अब जापान को पछाड़कर भारत तीसरे नंबर पर आ गया है। अगले 5 साल में भारत वाहन निर्माण के क्षेत्र में दुनिया का नंबर वन देश बन जाएगा। यह थोड़ा मुश्किल जरूर है लेकिन ना मुमकिन नही।
भारी उद्योग मंत्री महेंद्र नाथ पांडे ने कहा है कि भारत में पूरी दुनिया को सिर्फ एक फीसद वाहन है और सड़क दुर्घटना में मौत के मामले में हम 11 फीसद हैं। इसमें कमी लाने की जरूरत है। इस पर सरकार लगातार काम कर रही है। इलेक्ट्रिक वाहन बैटरी की अधिक कीमत के कारण महंगे हैं। लेकिन वह दिन दूर नहीं जब भारत भी बैटरी का निर्यातक बन जायेगा।
उन्होंने कहा कि आटोमोटिव रिसर्च एसोसिएशन ऑफ इंडिया वाहनों के लिए फास्ट चार्जर विकसित करने पर लगातार काम कर रहा है। साल 2024 तक बाजार में चार्ज और बैटरी की कमी नहीं खलेगी। भारत में अगले साल तक 70 हजार इलेक्ट्रिक बसें, 55 हजार चार पहिया वाहन, 40 हजार से अधिक तीन पहिया और 10 लाख दो पहिया इलेक्ट्रिक वाहन सड़कों पर होंगे।
केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने ऑटोमोबाइल निमार्ताओं को प्रोटोटाइप चरण से आगे बढ़ने और बाजार में हरित वाहनों को पेश करने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि अब जैव ईंधन और अन्य स्वच्छ ऊर्जा प्रौद्योगिकी का समय आ गया है। पुरी ने वाहन प्रदर्शनी ऑटो एक्सपो 2023 में पेश किए गए नए वाहनों, इलेक्ट्रिक वाहनों तथा प्राकृतिक ईंधन से चलने वाले वाहनों को देख कर उनके बारे में जानकारी ली।
उन्होंने कहा है कि भारत में 20 प्रतिशत इथेनाल सम्मिश्रण के लक्ष्य की अवधि घटाकर 2024-25 कर दिया है। पहले यह अवधि 2030 तक तय की गई थी। पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर इन्हें जल्दी कई पेट्रोल पंपों पर उपलब्ध होगा। उन्होंने कहा इस साल अप्रैल में पंपों पर इसको उपलब्ध कराना था, लेकिन अब इसे जल्दी ही बाजार में लाया जाएगा। उन्होंने इससे पहले एक्सपो में एथेनॉल पवेलियन का उद्घाटन किया।
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