आजमगढ़। शासन की मंशा के अनुरूप कार्रवाई को लेकर सुर्खियों में रहने वाले और सत्ता से लेकर विपक्ष तक के लोगों के आंखों में नासूर बने एसडीएम के खिलाफ आखिर मंगलवार को व्यवसाइयों का गुस्सा फूट ही गया. आलम यह रहा कि कोतवाली परिसर गुरिल्ला युद्ध का मैदान बन गया. एक तरफ पुलिस अराजकतत्वों को खदेड़ रही थी तो दूसरी तरफ अराजकतत्व कोतवाली और पुलिस टीम हमला कर रहे थे. हमले में कई पुलिसकर्मी घायल होग गए. पुलिस अधीक्षक और जिलाधिकारी ने बताया कि व्यापारियों से चल रहा गतिरोध समाप्त हो गया है. अराजक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
लगातार दबंगई के जरिये जनता पर धौंस जमाने का प्रयास कर रहे एसडीएम सदर गौरव कुमार ने मंगलवार को हद पार कर दी. पुलिस बल के साथ दुकान पर कारोना गाइडलाइन के पालन की जांच करने पहुंचे एसडीएम ने एक कारोबारी को सड़क पर घसीटकर मारा. इसकी जानकारी होने पर शहर के कारोबारी आक्रोशित हो उठे और हजारों की संख्या में शहर कोतवाली को घेर लिया. कोतवाली में कारोबारी एसडीएम के खिलाफ नारेबाजी करने लगे. पुलिस अधिकारी एसडीएम के बचाव में जुटे है लेकिन कारोबारी कार्रवाई की जिद पर अड़े हुए है. अभी हाल में एसडीएम ने बिना किसी नोटिस के दुकानदारों के छप्पर आदि भी तोड़वा दिया था.
कारोबारियों का आरोप है कि सराफा कारोबारी आशीष गोयल अपनी दुकान पर अकेले बैठे थे. उसी दौरान एसडीएम सदर गौरव कुमार अपनी टीम के साथ दुकान पर आए और मास्क आदि के बारे में जानकारी ली। बातचीत के दौरान ही एसडीएम आग बबूला हो गए और कारोबारी को दुकान से खींचकर मारने पीटने लगे. कारोबारी को पिटता देख जब पास पड़ोस के लोग मौके पर पहुंचे तो पुलिस और एसडीएम ने उनके साथ भी अभद्र व्यवहार किया.
एसडीएम द्वारा आए दिन किए जा रहे उत्पीड़न से कारोबारी लामबंद हो गए और नारेबाजी शुरू कर दी. कारोबारियों का गुस्सा देख एसडीएम और पुलिस के जवान वहां से खिसक लिए. इसके बाद हजारों की संख्या में कारोबारियों ने कोतवाली को घेर लिया. जानकारी होने के बाद एसपी सिटी सहित कई थाने की फोर्स मौके पहुंच गई. कारोबारी एसडीएम के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर कोतवाली में धरने पर बैठे हैं. एसडीएम और सीओ के खिलाफ लगातार नारेबाजी कर रहे हैं. पूरे शहर में दुकाने पूरी तरह बंद हो गई हैं. कारोबारियों के समर्थन में कांग्रेस जिलाध्यक्ष प्रवीण सिंह भी धरने पर बैठ गए. पुलिस अधीक्षक सुधीर कुमार सिंह भी कोतवाली पहुंच गए हैं और कारोबारियों को समझाने बुझाने की कोशिश कर रहे है लेकिन कारोबारी कार्रवाई की मांग पर अड़े हुए हैं.