निसिथ प्रमाणिक के काफिले पर हमला: बंगाल सरकार ने कलकत्ता हाईकोर्ट को सौंपी रिपोर्ट
बंगाल। पश्चिम बंगाल सरकार ने गुरुवार को केंद्रीय गृह राज्य मंत्री निशीथ प्रमाणिक के काफिले पर पिछले महीने तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं द्वारा किए गए हमले पर कलकत्ता उच्च न्यायालय की एक खंडपीठ को रिपोर्ट सौंपी। हालांकि, केंद्र सरकार के वकील ने कलकत्ता उच्च न्यायालयों के मुख्य न्यायाधीश प्रकाश श्रीवास्तव और न्यायमूर्ति राजर्षि भारद्वाज की खंडपीठ से अनुरोध किया कि वह अपनी दलीलों को शामिल करते हुए मामले में एक जवाबी हलफनामा दायर करने के लिए दो दिन का अतिरिक्त समय दें।
खंडपीठ ने केंद्र सरकार की दलील को स्वीकार करते हुए मामले की अगली सुनवाई 21 मार्च को निर्धारित की। गौरतलब है कि 25 फरवरी को, कूचबिहार में दिनहाटा विधानसभा क्षेत्र के बुरिहाट में तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं द्वारा कथित तौर पर प्रमाणिक के वाहन पर उस समय हमला किया गया, जब वे वहां से गुजर रहे थे। इससे स्थिति तनावपूर्ण हो गई। तृणमूल और भाजपा समर्थक आपस में भिड़ गए, ईंट-पत्थर फेंके। इस प्रक्रिया में प्रमाणिक की कार का शीशा तोड़ दिया।
हालांकि, मंत्री को चोट नहीं आई, क्योंकि उनके सुरक्षाकर्मियों ने सुरक्षित रूप से उन्हें उस क्षेत्र से बाहर निकाल दिया, जो तब तक एक वास्तविक युद्धक्षेत्र में बदल चुका था। प्रमाणिक ने आरोप लगाया कि पत्थर और ईंटों के अलावा, सत्तारूढ़ पार्टी के कार्यकर्ताओं ने उनके काफिले, उनके सुरक्षाकर्मियों और स्थानीय भाजपा समर्थकों को निशाना बनाते हुए देशी बम भी फेंके। 27 फरवरी को पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सी.वी. आनंद बोस ने कड़े शब्दों में हमले की निंदा करते हुए एक बयान जारी किया, जिसमें उन्होंने कहा कि निशीथ प्रमाणिक के काफिले पर हमले के मामले में उनके द्वारा की गई गोपनीय पूछताछ के बाद, उन्हें लगता है कि यह चौंकाने वाला है कि इस तरह की घटनाएं एक ऐसी भूमि पर हुईं, जिसे परिष्कृत संस्कृति और सभ्य आचरण के लिए जाना जाता है। उसी दिन, कलकत्ता उच्च न्यायालय की खंडपीठ ने हमले पर जनहित याचिका दायर करने की भाजपा की याचिका को मंजूरी दे दी। खंडपीठ ने एक मार्च को इस संबंध में राज्य सरकार से रिपोर्ट मांगी थी, जिसे उसने गुरुवार को दाखिल किया।