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भाजपा सांसद की कार पर हमला, पुलिस ने दर्ज की शिकायत

Shantanu Roy
18 April 2024 6:45 PM GMT
भाजपा सांसद की कार पर हमला, पुलिस ने दर्ज की शिकायत
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बड़ी खबर
कोलकाता। लोकसभा चुनाव की गहमागहमी के बीच बंगाल में हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। ताजा मामला नदिया जिले की है, जहां राणाघाट से भाजपा सांसद और उम्मीदवार जगन्नाथ सरकार की कार पर गुरुवार को बदमाशों ने हमला कर दिया। इसमें उनकी गाड़ी को नुकसान पहुंचा है, हालांकि सांसद पूरी तरह सुरक्षित हैं। भाजपा उम्मीदवार ने हमले का आरोप सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस पर लगाया है। उन्होंने पुलिस में घटना की शिकायत दर्ज कराई है। यह घटना उनके संसदीय क्षेत्र राणाघाट की ही है। जगन्नाथ सरकार ने कहा, मेरा एक तालाब है जिसे लेकर कुछ महीनों से कुछ लोगों के साथ विवाद चल रहा है। इसी कड़ी में पहले तालाब पर लगाए गए मेरे पहरेदार के साथ मारपीट की गई।
पुलिस में शिकायत के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई और आज प्रचार के दौरान कुछ लोगों द्वारा मेरी गाड़ी पर हमला किया गया। उन्होंने दावा किया कि हमलावर तृणमूल से जुड़े हुए हैं। उन्होंने शिकायत दर्ज कराई है। दूसरी तरफ, तृणमूल ने हमले में हाथ होने के आरोपों को खारिज किया है। बता दें कि जगन्नाथ सरकार पर इससे पहले भी कई बार हमले हो चुके हैं। दूसरी ओर, पुलिस को कथित तौर पर धमकाने और उन्हें कोतवाली थाने के अंदर बंद करने के आरोप में बंगाल पुलिस ने बुधवार रात भाजपा विधायक और मेदिनीपुर लोकसभा सीट से पार्टी की प्रत्याशी अग्निमित्रा पाल के खिलाफ विभिन्न गैर जमानती धाराओं में एफआईआर दर्ज की है।
पश्चिम मेदिनीपुर जिले के पुलिस अधीक्षक धृतिमान सरकार ने कहा कि हमने अग्निमित्रा पाल और 15 अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। जांच चल रही है। फैशन डिजाइनर से राजनेता बनीं पाल आसनसोल दक्षिण से भाजपा विधायक हैं। आरोप है कि हाल में कूचबिहार में एक रैली में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा भाजपा पर रामनवमी में हिंसा फैलाने की साजिश रचने संबंधी विवादित टिप्पणी के लिए पाल उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराने बुधवार को पश्चिम मेदिनीपुर के कोतवाली थाने पहुंची थीं।
आरोप है कि जब पुलिस ने शिकायत नहीं ली तो उनके साथ गए भाजपा कार्यकर्ताओं ने थाने के गेट पर जंजीर और ताला जड़ दिया। उन्होंने करीब आधे घंटे तक थाने के बाहर धरना प्रदर्शन भी किया। पुलिस ने कहा कि पाल पर आईपीसी की धारा 120बी (आपराधिक साजिश), 353 (लोक सेवक पर हमला या आपराधिक बल), 186 (लोक सेवक के काम में बाधा डालना), 342 (गलत तरीके से बंधक बनाना) और 506 (आपराधिक धमकी) के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने कहा कि ड्यूटी अधिकारी ने उन्हें सिर्फ इतना बताया कि थानेदार ही एफआइआर दर्ज कर सकते हैं। उस वक्त थानेदार फील्ड में थे। हमारे पास थाने में घटना के सीसीटीवी फुटेज और वीडियो है। वे (भाजपा विधायक) जंजीर और ताला लेकर आए थे, जिससे पता चलता है कि यह पूर्व नियोजित था। जब रामनवमी पर जुलूस निकाला जा रहा तो पुलिस को थाने में बंद कर दिया गया। हम साजिश के पहलू सहित सभी पहलुओं पर गौर कर रहे हैं।
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