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असम में बाढ़, अब तक कम से कम इतने लोगों की मौत, मचा कोहराम
jantaserishta.com
24 Jun 2022 7:46 AM GMT
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न्यूज़ क्रेडिट: आजतक
नई दिल्ली: असम के कई जिलों में बाढ़ की वजह से भीषण तबाही मची हुई है. राज्य में सात लोगों की और जान चली गई, जिसके बाद बाढ़ से मरने वालों की कुल संख्या बढ़कर 108 पर पहुंच गई है. मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा लगातार बाढ़ की स्थिति पर करीब से नजर बनाए हुए हैं. बीते दिन उन्होंने बाढ़ से प्रभावित सिल्चर का हवाई दौरा किया. 30 जिलों के 35 लाख से ज्यादा लोग बाढ़ से बुरी तरह से प्रभावित हैं. हालांकि, एक दिन पहले यह आंकड़ा 32 जिलो में 54 लाख के पार था.
राज्य में बाढ़ की मौजूदा स्थिति पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी नजर बनाए हुए हैं. उन्होंने कहा कि केंद्र असम में बाढ़ की स्थिति पर लगातार नजर रख रहा है और इस चुनौती से निपटने के लिए राज्य सरकार के साथ मिलकर काम कर रहा है. उन्होंने कहा, "सेना और एनडीआरएफ की टीमें बाढ़ प्रभावित इलाकों में मौजूद हैं. वे बचाव अभियान चला रहे हैं और प्रभावित लोगों की मदद कर रहे हैं. वायुसेना ने निकासी प्रक्रिया के तहत 250 से अधिक उड़ानें भरी हैं"
न्यूज एजेंसी पीटीआई के अनुसार, सात नई मौतें - कछार और बारपेटा से दो-दो और बजली, धुबरी और तामुलपुर जिलों से एक-एक रिपोर्ट की गई थीं. अब तक कुल 108 लोगों की मौत हो चुकी है.अधिकांश प्रभावित जिलों में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है क्योंकि कुछ जगहों पर पानी कम होने के बावजूद जमीन के बड़े हिस्से में पानी भर गया है. हवाई सर्वेक्षण करने के बाद मुख्यमंत्री ने बराक घाटी क्षेत्र में बाढ़ की स्थिति की समीक्षा की और घोषणा की कि वहां फंसे लोगों को निकालने के लिए सेना की अतिरिक्त टुकड़ियां सिल्चर कस्बे में भेजी जाएंगी.
मुख्यमंत्री ने समीक्षा बैठक के बाद कछार जिले के सिल्चर में संवाददाताओं से कहा, "एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सेना और अन्य एजेंसियां बचाव अभियान चला रही हैं. लेकिन फंसे हुए लोगों को निकालने के लिए सेना की अतिरिक्त टुकड़ियां कल पहुंचेंगी." हालांकि, उन्होंने यह नहीं बताया कि कितने कॉलम तैनात किए जाएंगे. सरमा ने कहा कि भोजन, पानी की बोतलें और अन्य आवश्यक वस्तुओं के 30 पैकेट गुरुवार को भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टरों द्वारा बाढ़ प्रभावित सिलचर के विभिन्न स्थानों पर गिराए गए और यह अगले कुछ दिनों तक जारी रहेगा.
बता दें कि बाढ़ से असम में भारी नुकसान भी हुआ है. बाढ़ ने 173 सड़कों और 20 पुलों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया है, जबकि बक्सा और दरांग जिलों में दो तटबंध टूट गए हैं और तीन क्षतिग्रस्त हो गए हैं. बाढ़ की इस दूसरी लहर में 100869.7 हेक्टेयर फसल क्षेत्र और 33,77,518 जानवर प्रभावित हुए हैं जबकि 84 जानवर दिन में बह गए. बक्सा, बारपेटा, विश्वनाथ, बोंगाईगांव, चिरांग, धुबरी, कोकराझार, लखीमपुर, मोरीगांव, नलबाड़ी, सोनितपुर, तामूलपुर और उदलगुरी से भी बड़े पैमाने पर कटाव की जानकारी है.
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