भारत
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने राहुल गांधी को दिया ये जवाब
jantaserishta.com
22 May 2022 4:51 AM GMT
x
नई दिल्ली: कांग्रेस पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने हाल ही में लंदन में आयोजित एक सम्मेलन को संबोधित किया। इस दौरान वह केंद्र की मौजूदा नरेंद्र मोदी सरकार की खूब आलोचना की। उन्होंने देश के मौजूदा हालात की तुलना पाकिस्तान से कर दी। उनके इस बयान के लिए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने जमकर लताड़ लगाई।
इसके बाद केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू और असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा भी राहुल पर खूब बरसे। हिमंत बिस्वा सरमा ने राहुल गांधी के उस बयान को सिरे से खारिज कर दिया, जिसमें उन्होंने कहा था कि उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, असम, तमिलनाडु सहित भारत में अशांति है।
कांग्रेस के पूर्व नेता हिमंत बिस्वा सरमा ने राहुल गांधी के भाषण जिक्र करते हुए कहा, "गांधीजी के समर्थन से गोपीनाथ बोरदोलोई को असम को भारत माता के साथ रखने के लिए संघर्ष करना पड़ा क्योंकि नेहरू ने हमें कैबिनेट मिशन योजना के अनुसार पाकिस्तान के साथ रहने के लिए छोड़ दिया था। अपने तथ्यों को ठीक करें श्रीमान गांधी। यह नकली बुद्धिवाद की पराकाष्ठा है!'
राहुल गांधी ने अपने संबोधन में कहा, "भारत पहले से विकसित नहीं था। यह नीचे से ऊपर की तरह आया है। उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, असम, तमिलनाडु ये सभी राज्य एक साथ आए और बातचीत के जरिए शांति बनाई। राज्यों के इस संघ में बातचीत की आवश्यकता थी। बातचीत का साधन उभरा। संविधान ने लोगों को वोटिंग का अधिकार दिया। देश में चुनाव प्रणाली, लोकतांत्रिक प्रणाली, चुनाव आयोग, आईआईटी, आईआईएम जैसे संस्थान बने।"
इता ही नहीं राहुल गांधी ने यह भी कहा कि भारतीय विदेश सेवा अहंकारी हो गई है। उनके इस बयान पर केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा, "राजनयिक पंडित नेहरू के पोते के लिए कॉलेज तय करने में व्यस्त थे" मंत्री ने ट्विटर यूजर आर्यन डी'रोज़ारियो के ट्वीट का स्क्रीनशॉट शेयर किए, जिन्होंने दावा किया था कि उनके परदादा ने राजीव गांधी के लिए ट्रिनिटी कॉलेज, कैम्ब्रिज की सिफारिश की थी।
ट्विटर यूजर ने राजनयिक टीएन कौल द्वारा लिखे गए एक कथित पत्र को भी साझा किया था, जिसमें कहा गया था: "डॉ रोजारियो कृपया तत्काल विस्तार से सलाह दें कि परिस्थितियों में पालन करने के लिए सबसे अच्छा कोर्स कौन सा होगा और कैम्ब्रिज में राजीव के अध्ययन के लिए कौन सा कॉलेज सबसे अच्छा होगा।" आपको बता दें कि मूल ट्वीट हटा दिया गया है। रिजिजू ने कहा, "मैं समझ नहीं पा रहा हूं कि किसी विदेशी भूमि में अपने ही देश को नीचा दिखाने और उस पर हमला करने से किस तरह का दुखदायी सुख मिलता है?"
राहुल गांधी का भाषण जिसमें उन्होंने चल रहे रूस-यूक्रेन युद्ध सहित कई मुद्दों पर बात की, वह विवादों के केंद्र में आ गया है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इसकी आलोचना की। भाजपा और कांग्रेस आमने-सामने है। विदेश मंत्री ने कहा कि राहुल गांधी ने जिसे भारतीय राजनयिकों का 'अहंकार' बताया, वह वास्तव में 'आत्मविश्वास' है। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने पलटवार करते हुए कहा, 'हां, इसे विदेश नीति की धज्जियां उड़ाने वालों के सामने राजनीतिक आकाओं के अधीन होना भी कहा जाता है।
This is height of fake intellectualism!
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) May 21, 2022
Assam never 'negotiated peace' with India. With Gandhiji's support, Gopinath Bordoloi had to struggle to keep Assam with Bharat Mata since Nehru left us to be with Pakistan as per Cabinet Mission Plan.
Get your facts right, Mr Gandhi. pic.twitter.com/jx7Cz3VOGH
jantaserishta.com
Next Story