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असम: बाढ़ के दौरान 17 जिलों में 6.48 लाख लोग प्रभावित, 2 लोगों की मौत

Admin4
1 Sep 2021 4:23 PM GMT
असम: बाढ़ के दौरान 17 जिलों में 6.48 लाख लोग प्रभावित, 2 लोगों की मौत
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असम में बाढ़ की स्थिति बुधवार को और बिगड़ गई. इस दौरान दो और लोगों की जान चली गई और 17 जिलों में लगभग 6.48 लाख लोग बाढ़ से पीड़ित हैं.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क :- असम (Assam) में बाढ़ के चलते स्थिति दिन पर दिन पर दिन खराब हो रही है. एक आधिकारिक बुलेटिन में कहा गया है कि असम में बाढ़ की स्थिति बुधवार को और बिगड़ गई. इस दौरान दो और लोगों की जान चली गई और 17 जिलों में लगभग 6.48 लाख लोग बाढ़ से पीड़ित हैं. असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की डेली बाढ़ रिपोर्ट के मुताबिक, बारपेटा और माजुली जिलों में एक-एक व्यक्ति डूब गया, जिससे मरने वालों की कुल संख्या पांच हो गई.

एएसडीएमए ने कहा कि 17 जिलों में बाढ़ से 6,47,600 से अधिक लोग प्रभावित हैं. 1.11 लाख से अधिक लोगों के साथ नलबाड़ी सबसे अधिक प्रभावित जिला है, इसके बाद दरांग में 1.09 लाख से अधिक लोग और लखीमपुर में 1.04 लाख लोग प्रभावित हैं. मंगलवार को प्रभावित जिलों की संख्या 18 थी लेकिन बाढ़ प्रभावित लोगों की संख्या 5.74 लाख के साथ कम थी.
1200 से ज्यादा गांव पानी में डूबे
एसडीएमए ने कहा कि वर्तमान में 1,295 गांव पानी में डूबे हुए हैं और पूरे असम में 39,449.58 हेक्टेयर फसल क्षेत्र को नुकसान पहुंचा है. अधिकारी 10 जिलों में 85 राहत शिविर और वितरण केंद्र चला रहे हैं, जहां 648 बच्चों सहित 3,584 लोगों ने शरण ली है. बुलेटिन में कहा गया है कि विभिन्न राहत एजेंसियों ने राज्य के विभिन्न बाढ़ प्रभावित हिस्सों से 1,617 लोगों को निकाला है. 17 प्रभावित जिले बारपेटा, विश्वनाथ, चिरांग, दरांग, धेमाजी, डिब्रूगढ़, गोलाघाट, जोरहाट, कामरूप, लखीमपुर, माजुली, मोरीगांव, नगांव, नलबाड़ी, शिवसागर, सोनितपुर और तिनसुकिया हैं.
बुलेटिन में कहा गया है कि बारपेटा, बोंगाईगांव, धेमाजी, डिब्रूगढ़, कामरूप, मोरीगांव और नलबाड़ी जिलों में बड़े पैमाने पर कटाव देखा गया है. एएसडीएमए ने कहा कि गोलाघाट, विश्वनाथ, बारपेटा, चिरांग, गोलपारा, जोरहाट, मोरीगांव, शिवसागर, बोंगाईगांव, दरांग और कोकराझार में बाढ़ के पानी से तटबंध, सड़कें, पुल और अन्य बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचा है. इसमें कहा गया है कि 15 जिलों में बाढ़ से कुल 4,45,210 घरेलू जानवर और कुक्कुट प्रभावित हुए हैं.
इस बीच, काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान और टाइगर रिजर्व के अधिकारियों ने कहा कि ब्रह्मपुत्र के बाढ़ के पानी से 70 प्रतिशत जंगल जलमग्न हो गया है.223 शिविरों में से 138 जलमग्न हैं.


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