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एएसआई का कत्ल फिर हवलदार पर हमला अब महिलाओं ने पीटा, जानिए ?

Teja
14 Feb 2023 10:12 AM GMT
एएसआई का कत्ल फिर हवलदार पर हमला अब महिलाओं ने पीटा, जानिए ?
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नई दिल्ली। नए साल की मनहूस रात 31 दिसंबर 2022 और 1 जनवरी 2023 की मध्य रात्रि बाहरी दिल्ली के सुलतानपुरी थाना क्षेत्र में कंझावला कांड (स्कूटी सवार 20 साल की अंजलि सिंह हत्याकांड) ने दिल्ली पुलिस को जो घेरा है तो समझिए अब तक दिल्ली पुलिस जगह-जगह घिरती ही चली आ रही है। मानो उस मनहूस रात का साया दिल्ली पुलिस का पीछा छोड़ने को ही राजी न हो। कंझावला कांड की छीछालदेर से बदरंग हुई खाकी वर्दी के दाग दिल्ली पुलिस साफ भी नहीं कर पाई थी। तब तक 4 जनवरी को यानी 4 दिन बाद ही बदमाश ने सहायक उप-निरीक्षक शंभू दयाल को चाकू से गोदकर कत्ल कर डाला।

उसके बाद 22 जनवरी 2023 को आधी रात के वक्त छावला थाना क्षेत्र में हवलदार रिंकू को बदमाशों ने चाकूओं से गोद डाला। अब पता चला है कि उत्तरी दिल्ली जिले के सदर बाजार थाना क्षेत्र में बदमाश परिवार ने पुलिस वालों को बंधकर बनाकर न केवल उनकी जबरदस्त धुनाई-कुटाई की है। अपितु बंधक बनी पुलिस टीम के बदन पर मौजूद खाकी वर्दियां तक तार-तार कर डाली हैं। ऐसे में सवाल यह पैदा होना लाजिमी है कि क्या नए साल की मनहूस रात कंझावला कांड का हाथ धोकर पीछे पड़ा बुरा साया आखिर दिल्ली पुलिस का पीछा इस वर्ष छोड़ेगा ही नहीं?

अगर पीछा छोड़ेगा तो कब छोड़ेगा? फिलहाल उत्तरी दिल्ली जिले के सदर बाजार थाने की पुलिस टीम को बदमाश फैमली द्वारा बंधक बनाकर जबरदस्त तरीके से उसकी धुनाई कर डाले जाने की पुष्टि खुद डीसीपी सागर सिंह कलसी करते हैं। डीसीपी उत्तरी दिल्ली जिला आईपीएस एसएस कलसी के मुताबिक 12 और 13 फरवरी को आधी रात के करीब घटी घटना में सदर बाजार थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। घटना तब घटी थी जब इलाके में रहने वाली सोफिया नाम की एक महिला थाने पहुंची। उसने पुलिस को बताया कि उसे उसके पति ने मारपीट कर घर के बाहर फेंक दिया है।

सूचना पर हवलदार पवन सिपाही महीपाल महिला के साथ घटनास्थल पर पहुंचे वहां पहले से मौजूद अशफाक अखलाक आफाक बुरहान हसीन बानो और आयशा ने पुलिस पार्टी को घेर लिया। उस बदमाश फैमली ने पुलिस वालों को घर के भीतर बंधक बना लिया। उसके बाद उन सबने मिलकर अपने कब्जे में बंधक बनी पुलिस टीम की तब तक कूट-पीटकर खातिरदारी की जब कि फंसे हुए पुलिस वालों की जान के लाले नहीं पड़ गए। यह सब घर के भीतर बंद करके अंजाम दिया गया।

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