राजधानी रांची के नामकुम थाने का एएसआई रवींद्र राम 5000 रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया गया. यह कार्रवाई एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने की है. एसीबी को दी गई शिकायत में पति संतोष कुमार ने कहा कि एएसआई रवींद्र राम 498 ए के मामले समझौता हो जाने के बाद भी केस डायरी में सच लिखने के एवज में पैसे मांग रहा है. पैसे न दिए जाने पर वह मेरे के खिलाफ केस डायरी भेजने की धमकी दे रहा है. इसी शिकायत के बाद एसीबी ने अपना जाल बिछाया था.
यह मामला नामकुम थाना क्षेत्र का है. नामकुम के स्वर्ण रेखा गार्डन के रहने वाले संतोष कुमार का अपनी पत्नी डॉ. अंबिका सिंह से पारिवारिक विवाद चल रहा था. विवाद बढ़ने के बाद संतोष सिंह की पत्नी अंबिका सिंह ने रांची के नामकुम थाने में धारा 498 ए के तहत मामला दर्ज करवाया था. हालांकि कुछ दिनों बाद पति पत्नी ने समझौता कर लिया और समझौते से संबंधित शपथ पत्र न्यायालय में समर्पित भी कर दिया.
पति पत्नी के बीच समझौता हो जाने के बाद भी केस के जांच अधिकारी और एएसआई रवींद्र राम अदालत में केस डायरी समर्पित करने के नाम पर पैसे की मांग कर रहा था. रवींद्र राम लगातार संतोष कुमार को यह धमकी दे रहा था कि अगर उन्हें पैसे नहीं मिले, तो उनके खिलाफ केस डायरी अदालत में समर्पित कर दी जाएगी. एएसआई रवींद्र राम के द्वारा लगातार परेशान किए जाने के कारण संतोष ने मामले की शिकायत एंटी करप्शन ब्यूरो से की. एंटी करप्शन ब्यूरो की रांची टीम ने जब मामले की जांच की तो वह सत्य पाया गया.
इसके बाद एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने जाल बिछाया और संतोष को रिश्वत देने के लिए 5 हजार रुपये दिए. संतोष कुमार रिश्वत के पैसे जब रवींद्र राम को देने लगे ठीक उसी समय एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम के अधिकारी वहां धमक गए और रवींद्र राम को पैसे लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया.