बिहार में शराबबंदी कानून लागू है, लेकिन शराबबंदी कानून को सफलतापूर्वक लागू कराने का जिम्मा जिनके कंधों पर है वो खुद ही थाना में बैठकर शराब पीते पकड़े जा रहे हैं. ताजा मामला राजधानी पटना से जुड़ा है, जहां के गौरीचक थाने में शराब पार्टी का एक वीडियो वायरल हुआ है. वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस मुख्यालय के विशेष दिशा-निर्देश पर सदर एएसपी ने आरोपी और थाने के मुंशी दिनेश यादव को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
वायरल वीडियो का मामला संज्ञान में आते ही सदर एएसपी संदीप सिंह ने थाने पहुंचकर पूरे मामले की जांच की और आरोपी मुंशी के खिलाफ गौरीचक थाने में ही प्राथमिकी दर्ज कर उसे जेल भेज दिया. सूत्रों की मानें तो मुंशी के साथ अन्य लोग भी शराब पी रहे थे. काफी दिनों से थाना परिसर में ही पुलिसकर्मियों द्वारा शराब पीने की बातें सामने आ रही थीं. इसी दौरान किसी ने थाना परिसर के बैरक में शराब पी रहे मुंशी दिनेश यादव का वीडियो बना लिया. बताया यह भी जा रहा है कि कुछ दिन पूर्व मुंशी दिनेश यादव की थाने के ही किसी पुलिसकर्मी के साथ किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ था, ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि उसी प्रतिशोध में मुंशी का वीडियो बनाकर उसे वायरल कर दिया गया.
शराबबंदी कानून मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में दो वर्ष पूर्व तत्कालीन डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने गौरीचक थाने के थानेदार समेत सभी पुलिस पदाधिकारियों और पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया था. बाद में नए थानेदार नागमणि भी रुपए लेन देन के एक वायरल वीडियो में अपनी थानेदार गंवा दी थी. अब एक बार फिर गौरीचक थाना के बैरक में थाने के मुंशी दिनेश यादव का शराब पीते वीडियो वायरल होने से थाने में हड़कंप मच गया है.
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शराबबंदी कानून के सख्ती से अनुपालन को लेकर पुलिस मुख्यालय को विशेष दिशा निर्देश जारी किया है. शराबबंदी कानून को लेकर पुलिस मुख्यालय द्वारा सभी जिलों के एसपी को सख्त निर्देश जारी किए गए हैं. बाईपास थाना से महज चंद कदम की दूरी पर उत्पाद विभाग द्वारा बीते 31 जनवरी को दो करोड़ का विदेशी शराब बरामद किए जाने के बाद पुलिस मुख्यालय ने तत्कालीन बाईपास थानाध्यक्ष को भी निलंबित कर दिया था.