मुख्तार अंसारी की मौत पर असदुद्दीन औवेसी ने की स्वतंत्र जांच की मांग
ओवैसी ने इससे पहले सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर लिखा, 'इन्ना लिल्लाही वा इन्ना इलैही रजियून। अल्लाह से दुआ है कि वो मुख़्तार अंसारी को मग़फ़िरह अदा करें, उनके ख़ानदान और उनके चाहने वालों को सब्र्-ए-जमील अदा करें। ग़ाज़ीपुर की अवाम ने अपने चहीते बेटे और भाई को को खो दिया। मुख़्तार अंसारी ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाया था के उन्हें ज़हर दिया गया था। बावजूद इसके, सरकार ने उनके इलाज पर तवज्जोह नहीं दिया। निंदनीय और अफसोसजनक।'
औवेसी ने आगे कहा कि यह दूसरी ऐसी घटना है जब किसी सजायाफ्ता कैदी की न्यायिक हिरासत में मौत हुई हो। इसके साथ ही एआईएमआईएम प्रमुख ने इजरायलियों के द्वारा फिलिस्तिनियों पर हो रहे जुल्म का इल्जाम लगाया और लोगों से फिलिस्तिनियों के लिए दुआ करने की बात कही। एक सभा को संबोधित करते हुए औवेसी ने कहा, ‘’आप इन फिलिस्तिनियों के लिए भी दुआ करिए, अल्लाह रज्जाक है, अल्लाह उनको रिज्क़ दे। अल्लाह शाफी है उनको दवाओं का इंतजाम कर दे। अल्लाह जब्बार है, अल्लाह इन जालिम इजरायलियों से इन्हें निजात दे। वहां बच्चे भूखे मर रहे हैं।''
उन्होंने एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि फिलिस्तीन में नरसंहार हो रहा है। इजरायली सेना पीछे हटने के लिए तैयार नहीं है। आलम यह है कि वह फिलिस्तिनियों के शवों को कब्र से निकालकर इजरायली अपने फौज के कुत्तों को खिला रहे हैं। औवेसी ने फिलिस्तिनियों के लिए प्रार्थना करते हुए कहा कि याद रखें इजरायल के सभी अत्याचारों का हिसाब कयामत के दिन किया जाएगा।