x
नई दिल्ली । फर्जी वेबसाइट के जरिये यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में आवासीय प्लॉट की योजना निकालकर 400 से अधिक लोगों से सवा करोड़ रुपये ठगने का मामला सामने आया है। ग्रेटर नोएडा की बिसरख पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि ठगी का यह पैसा एक फर्म के बैंक खाते में गया है। पुलिस अब इस फर्म की जांच कर रही है। इस मामले में बहुत जल्द कई और गिरफ्तारी हो सकती हैं।
थाना बिसरख पुलिस में सात अक्टूबर को 8-10 लोगों ने मुकदमा दर्ज कराया था कि यमुना प्राधिकरण की फर्जी साइट बनाकर उसके साथ ठगी की गई है। शिकायत में यह भी बताया गया कि ठगों ने सैकड़ों लोगों को अपना शिकार बनाया है। बिसरख पुलिस इस मामले की जांच में जुट गई। पुलिस ने रविवार को यमुना प्राधिकरण की फर्जी साइट बनाकर नागरिकों के साथ ठगी करने वाले आरोपी मधुर सहगल निवासी जेपी विशटाउन, सेक्टर-128, नोएडा को गिरफ्तार किया है। उसे टावर-1 में बने द्वितीय तल पर बनी दुकान से गिरफ्तार किया है। आरोपी ने सेक्टर-129 में ऑफिस भी बना रखा है।
पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि ठगों ने यह पैसा एक फर्म के बैंक खाते में डलवाया है। अब पुलिस उस फर्म की जांच कर रही है। जल्द ही इस मामले में अन्य गिरफ्तारी होंगी। सस्ते दामों में प्लॉट देने की स्कीम शुरू कर दी। इस वेबसाइट के जरिये लोगों से भूखंड बुक करने के लिए 15000 रुपये, 21000 और 31000 रुपये जमा करवाए गए। सारा पैसा राजोर पे प्लेटफार्म के माध्यम खाते में एक बार में आ जाता था। करीब सवा करोड़ की धोखाधड़ी की गई है। आवेदकों से कहा गया कि लकी ड्रॉ से आवंटन किया जाएगा।
जनता से रिश्ता इस खबर की पुष्टि नहीं करता है ये खबर जनसरोकार के माध्यम से मिली है और ये खबर सोशल मीडिया में वायरलहो रही थी जिसके चलते इस खबर को प्रकाशित की जा रही है। इस पर जनता से रिश्ता खबर की सच्चाई को लेकर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं करता है।
Next Story