यूपी। उत्तर प्रदेश में आयोजित यूपी पीईटी परीक्षा में विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहे हैं. परीक्षा में फर्जीवाड़े को लेकर UP STF अब तक 28 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है. उत्तर प्रदेश के आगरा में आयोजित प्रीलिम्स पात्रता परीक्षा में दूसरे के स्थान पर परीक्षा देने पहुंचे साल्वर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने उस अभ्यर्थी को भी गिरफ्तार कर लिया है, जिसने सॉल्वर को पेपर में पास कराने का 10 हजार में ठेका दिया था.
पुलिस की गिरफ्त में आए आरोपी सॉल्वर का नाम विश्वजीत है. विश्वजीत पटना का रहने वाला है और उसने हाल में ही इंटरमीडिएट की परीक्षा पास की है. खास बात ये है कि वह यूपीपीईटी परीक्षा में संदीप यादव की जगह पेपर देने गया था जो खुद BA पास है. विश्वजीत ने एडमिट कार्ड पर संदीप यादव का फोटो हटाकर अपना फोटो चिपका दिया था और ज्ञान इंटर कॉलेज में परीक्षा देने पहुंचा था. परीक्षा कक्ष में इंविजिलेटर ने जब एडमिट कार्ड पर चिपका फोटो फॉर्म के फोटो से मिलाया तो वह अलग-अलग थे.
फॉर्म का फोटो और एडमिट कार्ड का फोटो मिलाने के बाद गड़बड़ी की पोल खुल गई और शिकायत पुलिस को कर दी गई. पुलिस ने विश्वजीत और संदीप यादव दोनों को दबोच लिया. सॉल्वर विश्वजीत ने पुलिस को बताया कि फतेहपुर के रहने वाले BA पास संदीप यादव ने उसे 10 हजार में परीक्षा में बैठने का ठेका दिया था. वह संदीप की जगह ज्ञान इंटर कॉलेज, दहतोरा, जगदीश पुरा में पेपर देने गया था.
एसपी सिटी आगरा ने बताया कि चेकिंग के दौरान ज्ञान इंटर कॉलेज परीक्षा केंद्र से विश्वजीत को पकड़ा गया. उसके पास किसी और का आधार कार्ड था. पूछताछ में उसने संदीप के नाम का खुलासा किया जिसके बाद संदीप को भी गिरफ्तार कर लिया गया. दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जा रही है.
यूपीपीईटी परीक्षा के लिए निर्धारित शैक्षणिक योग्यता 10वीं पास थी. आरोपी संदीप खुद BA पास है लेकिन उसने 12वीं पास विश्वजीत को अपनी जगह परीक्षा में बैठाया. संदीप को खुद से ज्यादा भरोसा विश्वजीत पर था कि वह उसे यूपी पीईटी परीक्षा में पास करा देगा. हालांकि, अब दोनों को जेल जाना पड़ रहा है.