उत्तर प्रदेश के मेरठ का जवान जम्मू कश्मीर के शोपिया में शहीद हो गया. मेरठ के कंकर खेड़ा के रहनेवाले मयंक विश्नोई जम्मू कश्मीर के शोपिया में तैनात थे. उनका पार्थिव शरीर रविवार सुबह उनके आवास पर पहुंचेगा. जिसके बाद रविवार को सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा. बताया गया कि 27 अगस्त को आतंकियों से मुठभेड़ में वे बुरी तरह घायल हो गए थे, उनका इलाज उधमपुर में चल रहा था.
बताया गया कि मेजर मयंक विश्नोई घाटी में आतंकियों से लोहा लेते हुए गंभीर रूप से घायल हो गए थे, जिसके बाद उन्हें उधमपुर के सैनिक अस्पताल में भर्ती कराया गया था. आज सुबह सैनिक अस्पताल में वे वीरगति को प्राप्त हुए. मेजर मयंक विश्नोई कंकर खेड़ा शिवलोकपुरी के रहनेवाले रिटायर्ड सूबेदार वीरेंद्र बिश्नोई के पुत्र थे.
मेजर मयंक विश्नोई के पिता वीरेंद्र विश्नोई और माता मधु विश्नोई उधमपुर के लिए रवाना हो गए हैं. पत्नी स्वाति विश्नोई उधमपुर में ही हैं. कल मेजर का पार्थिव शरीर पहले दिल्ली लाया जाएगा. उसके बाद दिल्ली से मेरठ के कंकर खेड़ा स्थित पैतृक आवास पर उनका पार्थिव शरीर लाया जाएगा. फिर मेरठ में ही शहीद मेजर मयंक विश्नोई को अंतिम विदाई दी जाएगी. मेजर विश्नोई की बहन के मुताबिक, उनके भाई अक्सर कहा करते थे कि वह तिरंगे में लिपट कर आएं, यही उनका सपना है. मात्र 30 साल के मेजर बिश्नोई देश के लिए अपने प्राण न्योछावर कर चुके हैं और तिरंगे से लिपट कर ही अब उनका शरीर आ रहा है.