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अटल टनल के लोकार्पण के बाद पहली बार गुजरा सेना का काफिला, देखें VIDEO

Admin2
8 Oct 2020 2:30 AM GMT
अटल टनल के लोकार्पण के बाद पहली बार गुजरा सेना का काफिला, देखें VIDEO
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ANI 

अटल टनल के लोकार्पण के बाद पहली बार गुजरा सेना का काफिला, देखें VIDEO

तीन अक्टूबर को हिमाचल प्रदेश में जिस अटल टनल को पीएम नरेंद्र मोदी ने देश को समर्पित किया था, उससे बुधवार को पहली बार सेना का काफिला गुजरा। इस काफिले में सेना के कई ट्रक और अन्य वाहन शामिल रहे। ट्रकों में सेना के जरूरी दैनिक उपयोग के सामान को आगे के इलाकों में भेजा गया। अटल टनल को एलएसी के इलाकों में सेना की मूवमेंट के लिहाज से काफी अहम माना जा रहा है। वहीं पीएम नरेंद्र मोदी ने भी कहा है कि इस सुरंग से सेना को सामरिक रूप से मजबूती मिलेगी।


पीएम मोदी ने हिमाचल प्रदेश में दुनिया की सबसे लंबी सुरंग 'अटल टनल' का उद्घाटन किया था। उद्घाटन के बाद पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि 'अटल टनल' लेह- लद्दाख की लाइफलाइन बनेगा। इस टनल से मनाली और केलॉन्ग के बीच की दूरी 3-4 घंटे कम हो ही जाएगी। बता दें कि पहाड़ काटकर बनाई गई अटल सुरंग से मनाली से लेह के बीच यात्रा सुगम होगी।

अटल सरकार में हुई थी घोषणा

रोहतांग दर्रे के नीचे टनल बनाए जाने का ऐतिहासिक फैसला तीन जून 2000 को लिया गया था जब अटल बिहारी वाजपेयी देश के प्रधानमंत्री थे। सुंरग के दक्षिणी हिस्‍से को जोड़ने वाली सड़क की आधारशिला 26 मई 2002 को रखी गई थी। कुल 8.8 किलोमीटर लंबी यह सुरंग 3000 मीटर की ऊंचाई पर बनाई गई दुनिया की सबसे लंबी सुरंग है।

10 साल में हुआ है निर्माण

चीन से तनाव के बीच मनाली से लेह को जोड़ने वाली दुनिया की सबसे लंबी अटल टनल 10 सालों में बनकर तैयार हुई है। चीफ इंजिनियर केपी पुरुषोथमन ने बताया कि मनाली से लेह को जोड़ने वाली अटल सुरंग दुनिया की सबसे लंबी हाइवे टनल है। अटल टनल के अंदर फायर हाइड्रेंट भी लगाए गए हैं। इससे किसी प्रकार की अनहोनी में इसका इस्तेमाल किया जा सके। केपी पुरुषोथमन ने बताया कि सुरंग के निर्माण के समय संसाधनों के इंडक्शन और डीइंडक्शन करना काफी मुश्किल रहा। हमने कई तरह की चुनौतियों का सामना किया लेकिन टीम वर्क के जरिए हम निर्माण पूरा करने में सफल रहे।

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