आज संसद के मानसून सत्र का सातवां दिन है। अब तक के छह दिन सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच गतिरोध के बीच बीते। मणिपुर हिंसा और विवादित वायरल वीडियो पर विपक्षी दल प्रधानमंत्री मोदी से बयान की मांग कर रहे हैं। यही वजह है कि गुरुवार को भी सारा दिन दोनों सदनों में मणिपुर मुद्दा और लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा कराने को लेकर सरकार और विपक्षी सांसदों के बीच हंगामा होता रहा।
मणिपुर की स्थिति पर उच्च सदन में भी भारी नारेबाजी हुई। इस बीच तृणमूल कांग्रेस के सांसद डेरेक ओब्रायन और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ के बीच तीखी नोकझोंक हुई। इसके बाद राज्यसभा को पूरे दिन के लिए स्थगित कर दिया गया।
हम अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा करेंगे: प्रह्लाद जोशी
संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि विपक्ष शांतिपूर्ण ढंग से चर्चा में भाग नहीं लेते और संसद में किसी भी विधेयक को पारित करने में सहयोग नहीं करते। हम उनसे रचनात्मक सुझाव लेने को तैयार हैं, लेकिन वे अचानक अविश्वास प्रस्ताव ले आए। जब भी जरूरत होगी, हम अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा करेंगे और चूंकि हमारे पास संख्या है, इसलिए हमें कोई समस्या नहीं है। अगर वे चाहते हैं कि मणिपुर के संबंध में सच्चाई सामने आए, तो संसद से बेहतर कोई मंच नहीं है।
लोकसभा की कार्यवाही कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक स्थगित
विपक्षी सांसदों की नारेबाजी के बीच लोकसभा की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है। इससे पहले कांग्रेस सांसद मनिकम टैगोर ने मणिपुर की स्थिति पर चर्चा की मांग करते हुए लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया। राज्यसभा सांसद मनोज झा, राघव चड्ढा, रंजीत रंजन, सैयद नसीर हुसैन, जेबी माथेर, डॉ. वी शिवदासन और संदीप पाठक ने मणिपुर की स्थिति पर चर्चा के लिए राज्यसभा में स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया।