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भेदभाव वाले किसी भी धर्म या सामाजिक व्यवस्था का खत्म हो जाना चाहिए: राजेंद्र पाल गौतम

Harrison
5 Sep 2023 11:26 AM GMT
भेदभाव वाले किसी भी धर्म या सामाजिक व्यवस्था का खत्म हो जाना चाहिए: राजेंद्र पाल गौतम
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नई दिल्ली | तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि के सनानत पर विवादित बयान को लेकर मचे हंगामे के बीच आम आदमी पार्टी के नेता और पूर्व मंत्री ने भी उसी तरह की बात कही है। राम और कृष्ण की पूजा ना करने की शपथ दिलाकर मंत्री पद गंवाने वाली राजेंद्र पाल गौतम ने भेदभाव की बात कहते हुए कहा कि ऐसे किसी भी धर्म या सामाजिक व्यवस्था का खत्म हो जाना देश के हित में है।
राजेंद्र पाल गौतम ने एक्स पर मंगलवार को लिखा, 'ऐसी कोई भी सामाजिक व्यवस्था या धर्म जो जाति, वर्ण-व्यवस्था या धर्म के आधार पर नफरत फैलता हो या जो ऊंच -नीच और छुआछूत के व्यवहार को बढ़ाता देता हो या जो समता, स्वतंत्रता, बन्धुता और न्याय के सिद्धान्त के खिलाफ हो उसका खत्म हो जाना समाज और देश दोनों के लिए हितकारी है !' वंचित बहुजन अघाड़ी के नेता प्रकाश आंबेडकर के एक पोस्ट को साझा करते हुए आप नेता ने यह बात कही। आबंडेकर ने लिखा था, 'सनातन धर्म छुआछूत को मानता है। हम इसे कैसे स्वीकार करें!?
'आप' नेता राजेंद्र पाल गौतम ने यह टिप्पणी ऐसे समय पर की है जब उदयनिधि के बयान को लेकर भाजपा कांग्रेस और आम आदमी पार्टी समेत उन तमाम दलों पर आक्रामक है जो डीएमके के साथ 'विपक्षी इंडिया' गठबंधन में शामिल हैं। ऐसे में 'आप' नेता की टिप्पणी ने भाजपा को एक और मौका दे दिया है। इससे पहले गुजरात में विधानसभा चुनाव के दौरान गौतम ने हिंदू देवी-देवताओं की पूजा-पाठ ना करने की शपथ दिलाई थी। भाजपा के आक्रामक होने के बाद उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा था।
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