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एंटीलिया मामला : मुंबई पुलिस ने कांस्टेबल विनायक शिंदे को सेवा से किया बर्खास्त

Kunti Dhruw
24 May 2021 5:34 PM GMT
एंटीलिया मामला : मुंबई पुलिस ने कांस्टेबल विनायक शिंदे को सेवा से किया बर्खास्त
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एंटीलिया मामला

उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के बाहर विस्फोटक से लदी कार खड़ी करने और कारोबारी मनसुख हिरेन की हत्या के मामले में मुंबई पुलिस ने गिरफ्तार कांस्टेबल विनायक शिंदे को भी पुलिस की नौकरी से बर्खास्त कर दिया है। बता दें कि इस मामले में पुलिस अधिकारी सचिन वाजे को भी सेवा से बर्खास्त किया गया था। विनायक शिंदे को संविधान की धारा 311(2)(बी) के तहत बर्खास्त किया गया है।

रियाज हिसामुद्दीन काजी शुक्रवार को हुए थे बर्खास्त
वहीं इससे पहले शुक्रवार को सहायक पुलिस निरीक्षक रियाज हिसामुद्दीन काजी को शुक्रवार को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया था। एक अधिकारी ने इस बारे में बताया। उन्होंने बताया कि मुंबई के पुलिस आयुक्त ने संविधान के अनुच्छेद 311 (दो) (बी) के तहत मुंबई अपराध शाखा में कार्यरत सचिन वाजे के पूर्व सहयोगी काजी को बर्खास्त कर दिया। इस अनुच्छेद के तहत किसी सरकारी अधिकारी को बिना विभागीय जांच के सेवा से हटाया जा सकता है।
क्या है एंटीलिया मामला
बता दें कि 25 फरवरी को उद्योगपति मुकेश अंबानी के आवास एंटीलिया से कुछ दूरी पर एक स्कॉर्पियो कार बरामद हुई थी। जिसके अंदर जिलेटिन की छड़े रखी हुई थी। इस मामले की प्रारंभिक जांच सचिन वाजे को सौंपी गई थी। बाद में वाजे को इस केस से हटा दिया गया था और मामले की जांच एनाआईए ने अपने हांथों में ले ली थी। सचिन वाजे के खिलाफ ठाणे के बिजनेसमैन मनसुख हिरेन की संदिग्ध मौत की भी जांच हो रही है। जो स्कॉर्पियो कार मुकेश अंबानी के घर के बाहर मिली थी वह मनसुख हिरेन की थी मनसुख हिरेन 5 मार्च को मृत पाए गए थे।
जानिए वाजे कैसे आया था एनआईए की गिरफ्त में
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने सचिन वाजे को स्कॉर्पियो कांड में 13 मार्च को गिरफ्तार किया था। इसके बाद 27 दिन लंबी पूछताछ में एनआईए को जिलेटिन विस्फोटक की छड़ों से भरी स्कॉर्पियो को अंबानी के आवास एंटीलिया के पास लावारिस हालत में खड़ी करने के पीछे की पूरी कहानी पता चली। एनआईए की टीम ने फिलहाल यह बात सार्वजनिक नहीं की है, लेकिन जांच से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, वाजे की योजना कुछ बदमाशों को उठाकर उनका एनकाउंटर करने की थी।
इसके बाद वाजे स्कॉर्पियो खड़ा करने का आरोप इन बदमाशों के सिर डालकर वाहवाही लेना चाहता था। सूत्रों के मुताबिक, एनकाउंटर औरंगाबाद से चोरी की गई मारुति इको कार में किया जाना था। एनआईए को शक है कि इस एनकाउंटर में मनसुख हिरेन के अलावा दिल्ली के एक बदमाश को भी मारने की योजना थी।
दरअसल एक समय मुंबई पुलिस के स्टार अधिकारियों में रहा वाजे लंबे समय तक निलंबित रहने के कारण लाइमलाइट से बाहर था। इस एनकाउंटर के जरिये वाजे दोबारा वही दर्जा हासिल करना चाहता था। लेकिन वाजे की योजना सफल होने से पहले ही केस को एनआईए ने अपने हाथ में ले लिया और सारा खेल खराब हो गया।


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