भगोड़े कारोबारी मेहुल चोकसी को लेकर एंटीगुआ और बारबुडा के पुलिस चीफ एटली रोडनी ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने उन सभी आरोपों को खारिज कर दिया है जिसमें कहा गया था कि भगोड़े हीरा व्यापारी मेहुल चोकसी को एंटीगुआ से अगवा किया गया. मेहुल चोकसी के वकील ने दावा किया था कि चोकसी को एंटीगुआ से डोमिनिका जबरन लाया गया था. और इस काम के पीछे संभवत: उन लोगों का हाथ था जो भारत और एंटीगुआ के लिए काम कर रहे हैं.
एंटीगुआ और बारबुडा के पुलिस चीफ एटली रोडनी ने इन दावों पर कहा कि हमारे पास ना तो इस बात की जानकारी है, ना ही ऐसे कोई संकेत हैं कि चोकसी को एंटीगुआ से जबरन ले जाया गया था. यह बात केवल मेहुल चोकसी के वकील कह रहे हैं. और डोमिनिका पुलिस इस बात की पुष्टि नहीं करती है. चोकसी के एंटीगुआ से डोमिनिका या फिर और कही ले जाए जाने की गतिविधि में हमारी कोई संलिपत्ता नहीं रही है.
बता दें कि डोमिनिका में पकड़े गए पीएनबी घोटाले के आरोपी मेहुल चोकसी ने अब कोर्ट का रुख किया है. उसके वकील ने वहां की कोर्ट में हीबियस कॉर्पस यानी बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर की है. याचिका में मेहुल के वकील ने दावा किया है कि उसके शरीर पर 'टॉर्चर के निशान' भी हैं. वकील ने ये भी आरोप लगाया है कि मेहुल चोकसी को एंटीगुआ और बरबुडा से उसकी मर्जी के बिना 'जबरन' उठाया गया है.
उधर, मेहुल चोकसी का प्रत्यर्पण एंटीगुआ में सियासी मुद्दा बन गया है. एंटीगुआ में विपक्ष के नेता ने कहा है कि चोकसी एंटीगुआ का नागरिक है और उसके नागरिक को किसी दूसरे देश को सौंपा नहीं जा सकता है. बता दें कि डोमिनिका में चोकसी की गिरफ्तारी के बाद एंटीगुआ के पीएम ने कहा था कि डोमिनिका मेहुल चोकसी को सीधे भारत को सौंप दे.