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आतंकवाद निरोधी दस्ते ने की बड़ी कार्रवाई, मिली ड्रग्स की खेप, पकड़ा 478 करोड़ का माल

Admin2
30 Nov 2022 1:33 PM GMT
आतंकवाद निरोधी दस्ते ने की बड़ी कार्रवाई, मिली ड्रग्स की खेप, पकड़ा 478 करोड़ का माल
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गुजरात आतंकवाद निरोधी दस्ते ने वडोदरा शहर में बड़ी कार्रवाई की है. जहां बाहरी इलाके में स्थित एक निर्माण यूनिट पर छापा मारकर 478.65 करोड़ रुपए के कीमत की प्रतिबंधित मेफेड्रोन दवा और उसका कच्चा माल जब्त किया है. वहीं, एटीएस के एक अधिकारी ने बुधवार को जानकारी देते हुए बताया कि मंगलवार रात वडोदरा के पास एक छोटे कारखाने एवं गोदाम पर छापेमारी के दौरान एटीएस ने पांच लोगों को गिरफ्तार भी किया है. फिलहाल एटीएस की टीम आरोपियों से पूछताछ करने में जुटी है.
दरअसल, एटीएस को शुरुआती जांच-पड़ताल में पता चला है कि आरोपी वैध रसायनों के निर्माण की आड़ में एमडी दवा तैयार कर रहे थे, जो नशीले पदार्थों की कैटागिरी में आती है. जहां आरोपी धातु की चादरों का उपयोग करके बनाये गये कारखाने में पिछले 45 दिन से एक मादक पदार्थ मेफेड्रोन बना रहे थे. इसमें कहा गया है कि दवा बनाने में इस्तेमाल की जाने वाली मशीनरी को भी जब्त कर लिया गया है. साथ ही गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान सौमिल पाठक, शैलेश कटारिया, विनोद निजामा, मोहम्मद शफी दीवान और भरत चावड़ा के रूप में हुई है.
एटीएस अधिकारियों का कहना है कि जांच-पड़ताल में पता चला है कि वडोदरा के रहने वाले सौमिल पाठक ने 'डार्क वेब' के जरिए मादक पदार्थ बनाने की प्रक्रिया सीखी थी, जिसे सिंधरोत के पास यूनिट लगाने के बाद अन्य लोगों को इसमें शामिल किया. इसमें आरोपी कटारिया एक रसायन विज्ञान स्नातक, विभिन्न सामग्रियों का उपयोग करके एमडी दवा का उत्पादन करने के लिए कारखाने में एक रसायनज्ञ के रूप में काम करता था, जबकि तीन अन्य लोग रसद के कामों को संभालते थे.
वहीं, एटीएस की जांच-पड़ताल में में खुलासा हुआ कि मुंबई पुलिस ने साल 2017 में पाठक को मादक पदार्थ के साथ पकड़ा था, जिसके बाद उसे जेल भेज दिया गया था. एटीएस का कहना है कि जेल में रहने के दौरान, वह एक सलीम डोला के संपर्क में आया, जिसने पाठक को दवा निर्माण के बारे में समझाया था. इसके साथ ही उसके लिए कच्चे माल की व्यवस्था भी की थी.
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