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एंटी करप्शन टीम का एक्शन, इंस्पेक्टर ने किसान को भी नहीं छोड़ा, रिश्वत लेते दबोचा

jantaserishta.com
24 April 2024 7:35 AM GMT
एंटी करप्शन टीम का एक्शन, इंस्पेक्टर ने किसान को भी नहीं छोड़ा, रिश्वत लेते दबोचा
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सांकेतिक तस्वीर

मछली पालन के लिए विभाग से पुरूष को 40 प्रतिशत और महिला को 60 प्रतिशत का अनुदान मिलता है।
मुजफ्फरनगर: मुजफ्फरनगर में मत्स्य पालन विभाग के इंस्पेक्टर को सहारनपुर एंटी करप्शन टीम ने मंगलवार को विकास भवन के बाहर किसान से 15 हजार की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा है। टीम ने शामली जनपद के गांव बुटराडा निवासी किसान द्वारा तीन दिन पहले की गई शिकायत पर यह कार्रवाई की है।
विकास भवन में मत्स्य पालन विभाग में इंस्पेक्टर आनंद कुमार कार्यरत है। आनंद पर शामली जिले का भी प्रभार है। शामली के गांव बुटराडा निवासी निशांत ने अपनी माता बिमला देवी के नाम से मछली पालन तालाब के लिए आवेदन दिया था। मछली पालन के लिए विभाग से पुरूष को 40 प्रतिशत और महिला को 60 प्रतिशत का अनुदान मिलता है।
आरोप है कि इंस्पेक्टर आनंद कुमार के द्वारा योजना का लाभ देने के लिए 25 हजार रुपए की रिश्वत मांगी गई। निशांत ने इसकी शिकायत तीन दिन पूर्व सहारनपुर एंटी करप्शन टीम से की। मंगलवार को निशांत 15 हजार रुपए की धनराशि लेकर मत्स्य पालन विभाग में पहुंचा। यहां पर निशांत ने आनंद को कुछ दस्तावेज दिए। इस दौरान उसने पैसे देने का प्रयास किया। बताया जाता है कि आनंद ने कार्यालय में रिश्वत लेने से इंकार कर दिया। वह निशांत को लेकर विकास भवन के बाहर स्थित एक फोटो स्टेट की दुकान के समीप पहुंचा। जहां आनंद ने निशांत से रिश्वत के 15 हजार रुपए लिए। इसी दौरान वहां पर पहले से मौजूद एंटी करप्शन टीम ने उसे रंगे हाथ रिश्वत लेते हुए पकड़ लिया। एंटी करप्शन टीम आरोपी आनंद को लेकर थाना सिविल लाइन पहुंची और पुलिस को सौंप दिया।
रिश्वत प्रकरण में सहायक निदेशक मत्स्य राजेलाल को भी जांच में आरोपी बनाया गया है। तालाब की सब्सिडी की किस्त 2,36,577 रुपए भुगतान की एवज में कार्यालय सहायक निदेशक मत्स्य के द्वारा रिश्वत मांगी जा रही थी। एंटी करप्शन प्रभारी सुभाष चन्द्र ने बताया कि थाना सिविल लाइन में सहायक निदेशक मत्स्य राजेलाल और इंस्पेक्टर आनंद कुमार के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।
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