मुंबई। तमिलनाडु के कैबिनेट मंत्री और सीएम स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन के सनातन धर्म पर विवादित बयान देने के बाद मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं. दिल्ली, यूपी के बाद अब अब उदयनिधि के खिलाफ मुंबई से सटे मीरा रोड पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज हुई है. डीएमके नेता के खिलाफ आईपीसी की धारा 153A (धर्म, जाति और भाषा के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच शत्रुता बढ़ाने) और 295A (धार्मिक भावनाएं भड़काने) के आरोप में केस दर्ज किया गया है.
इससे पहले उदयनिधि और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे प्रियंक खड़गे के खिलाफ यूपी के रामपुर में केस दर्ज हुआ था. सीनियर वकील हर्ष गुप्ता और राम सिंह लोधी ने रामपुर की कोतवाली सिविल लाइंस में धार्मिक भावनाएं आहत होने की शिकायत दर्ज कराई थी. हर्ष गुप्ता ने कहा कि उदयनिधि और प्रियंक के भाषण से हमारी धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं. हमारा सनातन धर्म अनंत धर्म है, निरंतर धर्म है. जिस पर किसी भी व्यक्ति विशेष को या किसी भी धर्म के व्यक्ति को कोई अभद्र टिप्पणी करने की आवश्यकता नहीं है. टिप्पणियों से हमारी भावनाओं को ठेस पहुंची है. वहीं हिंदू सेना ने उदयनिधि स्टालिन के खिलाफ दिल्ली पुलिस कमिश्नर से शिकायत की थी. इसमें आरोप लगाया गया कि बयान से सनातन धर्म का अपमान हुआ है. पत्र में उनके खिलाफ FIR दर्ज किए जाने की मांग की है.
दरअसल उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म की तुलना डेंगू और मलेरिया से की थी. उन्होंने कहा कि सनातन का सिर्फ विरोध नहीं किया जाना चाहिए. बल्कि, इसे समाप्त ही कर देना चाहिए. उदयनिधि ने 2 सितंबर को सनातन उन्मूलन सम्मेलन में दिए बयान में कहा, "सनातन धर्म सामाजिक न्याय और समानता के खिलाफ है. कुछ चीजों का विरोध नहीं किया जा सकता, उन्हें खत्म ही कर देना चाहिए. हम डेंगू, मच्छर, मलेरिया या कोरोना का विरोध नहीं कर सकते. हमें इसे मिटाना है. इसी तरह हमें सनातन को भी मिटाना है."