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मणिपुर में नई सरकार पर घोषणा जल्द! 3 बजे BJP विधायक दल की बैठक
jantaserishta.com
20 March 2022 3:55 AM GMT
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नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने मणिपुर में अकेले दम पर बहुमत का आंकड़ा पार किया है. इस खास जीत के बाद पार्टी आलाकमान ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) को पर्यवेक्षक और केंद्रीय कानून एवं न्याय मंत्री किरेन रिजिजू (Kiren Rijiju) को मणिपुर में विधायक दल के नेता के चुनाव के लिए सह-पर्यवेक्षक नियुक्त किया है. यह दोनों नेता आज मणिपुर की राजधानी इंफाल जाएंगे और भाजपा मणिपुर की विधायक दल की दोपहर 3 बजे होने वाली बैठक में शामिल होंगे. उनके साथ मणिपुर के कार्यवाहक मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह और भाजपा के वरिष्ठ विधायक टी. बिस्वजीत सिंह भी शामिल होंगे.
इन दोनों नेताओं को भाजपा के लगातार दूसरी बार राज्य की सत्ता में आने के बाद मुख्यमंत्री पद के दावेदार के रूप में देखा जा रहा है. भाजपा सूत्रों ने कहा कि दोनों नेता पार्टी के शीर्ष नेताओं द्वारा बुलाए जाने के बाद राष्ट्रीय राजधानी के लिए रवाना हुए थे और इस बार का मुख्यमंत्री कौन होगा, यह रविवार तक पता चलने की उम्मीद है. चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद, बीरेन सिंह, टी. बिस्वजीत और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ए शारदा देवी पार्टी के भीतर 'गुटबाजी' की खबरों के बीच 15 मार्च को दिल्ली गए थे और 17 मार्च को इंफाल लौट आए थे.
सोशल मीडिया पर इसको लेकर अटकलें जारी हैं कि दोनों में से कौन अगला मुख्यमंत्री बनेगा. इसका फैसला भाजपा संसदीय बोर्ड करेगा. मणिपुर के अगले मुख्यमंत्री के नाम पर चर्चा के लिए दिल्ली में शनिवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के आवास पर एक अहम बैठक हुई. बैठक में मणिपुर भाजपा के वरिष्ठ विधायक टी बिस्वजीत राणे, गोवा के कार्यवाहक सीएम प्रमोद सावंत, भाजपा प्रमुख जेपी नड्डा मौजूद थे.
भाजपा उग्रवाद प्रभावित मणिपुर के 60 सदस्यीय विधानसभा में 32 सीटें जीतकर सत्ता में लौटी है. भाजपा 2017 में कांग्रेस की 28 सीटों की तुलना में सिर्फ 21 सीटें होने के बावजूद दो स्थानीय दलों – एनपीपी और एनपीएफ के साथ हाथ मिलाकर सरकार बनाने में सफल रही थी. हालांकि, इस बार, भाजपा ने अकेले चुनाव लड़ा और बहुमत हासिल करने में कामयाब रही. भाजपा का चुनावी मुद्दा यह था कि पार्टी को दिया गया वोट अशांत राज्य में शांति लाएगा.
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