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NTA: नई दिल्ली। पेपर लीक के चलते यूजीसी नेट परीक्षा रद्द करने के बाद नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने एग्जाम की नई डेट जारी कर दी है। यूजीसी नेट परीक्षा का आयोजन अब 21 अगस्त से 4 सितंबर 2024 के बीच होगा। यूजीसी नेट परीक्षा अब पेन पेपर (ऑफलाइन) मोड की बजाय कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट (सीबीटी) मोड में होगी। एनटीए ने नए परीक्षा कैलेंडर के मुताबिक जॉइंट सीएसआईआर यूजीसी परीक्षा अब 25 जुलाई से 27 जुलाई 2024 तक सीबीटी मोड में होगी। एनसीईटी परीक्षा 10 जुलाई को सीबीटी मोड में होगी। एनटीए ने कहा है कि ऑल इंडिया आयुष पोस्ट ग्रेजुएट एंट्रेंस टेस्ट (एआईएपीजीईटी) 2024 का आयोजन पूर्व निधारित तिथि 6 जुलाई को ही होगा।
एनटीए 83 विषयों में यूजीसी नेट परीक्षा का आयोजन कराएगा। आपको बता दें कि 18 जून को आयोजित हुई यूजीसी नेट परीक्षा का पेपर लीक होने के बाद इसे रद्द कर दिया गया था। मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी गई थी। परीक्षा के लिए 11.21 लाख से अधिक उम्मीदवार पंजीकृत हैं। शिक्षा मंत्रालय ने यूजीसी नेट परीक्षा को रद्द करने का फैसला मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट में कथित अनियमितताओं को लेकर उपजे विवाद के बीच लिया था। देश भर के विश्वविद्यालयों और अन्य उच्च शिक्षा संस्थानों में जूनियर प्रोफेसर फेलोशिप और असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए यूजीसी की नेट परीक्षा का आयोजन साल में दो बार किया जाता है। इस बार से पीएचडी में एंट्रेंस के तौर पर भी यूजीसी नेट स्कोर स्वीकार किया जाना है। आपको बता दें इस बार एनटीए ने यूजीसी नेट परीक्षा अलग अलग चरणों में सीबीटी (कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट) मोड से कराने की बजाय एक ही दिन में पेन पेपर मोड (ओएमशीट शीट पर) से ली थी। छह साल बाद फिर से यूजीसी ने नेट का एग्जाम ऑफलाइन मोड (पेन पेपर मोड) में लिया था। लेकिन पेपर लीक होने के बाद अब एनटीए ने फिर से मल्टीपल शिफ्ट्स में सीबीटी मोड में एग्जाम लेने का फैसला लिया है।
एनटीए की नेशनल कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (एनसीईटी) परीक्षा पहले 12 जून को होनी थी लेकिन टेक्निकल दिक्कतों का हवाला देकर एनटीए ने इसे स्थगित कर दिया था। चार वर्षीय बीएड कोर्सेज (आईटीईपी) में दाखिले के लिए यह प्रवेश परीक्षा होती है। वहीं 25 जून से 27 जून 2024 तक सीएसआईआर यूजीसी नेट परीक्षा 2024 का आयोजन किया जाना था, लेकिन एनटीए ने इसे भी टाल दिया था। जॉइंट सीएसआईआर यूजीसी नेट परीक्षा का आयोजन जूनियर रिसर्च फेलोशिप और सहायक प्रोफेसर के लिए पात्रता और विज्ञान कोर्सेज में पीएचडी में प्रवेश के लिए पात्रता निर्धारित करने के लिए एक परीक्षा है। नीट परीक्षा में कथित गड़बड़ी और यूजीसी नेट पेपर लीक के बाद सरकार की परीक्षा एजेंसी एनटीए अपनी पारदर्शिता और काम करने के तौर तरीके को लेकर सवालों के घेरे में है। नीट, जेईई मेन, यूजीसी नेट, सीयूईटी जैसी देश की महत्वपूर्ण राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगी परीक्षाओं को कराने वाली एजेंसी को भंग करने की मांग की जा रही है। सरकार ने भी एनटीए में सुधार के लिए एक उच्च स्तरीय कमिटी का गठन किया है। कमिटी ने भी छात्रों व अभिभावकों से इसके कामकाज में सुधार के लिए सुझाव मांगे हैं।
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