झारखण्ड। चर्चित अंकिता हत्याकांड का केस मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी(सीजेएम) दुमका की अदालत से प्रथम अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह विशेष न्यायालय प्रकाश चन्द्रा की अदालत में ट्रांसफर कर दिया गया है। त्वरित सुनवाई के लिए इस केस को स्पेशल कोर्ट में ट्रांसफर किया गया है। 23 अगस्त को दुमका के जरुवाडीह की अंकिता पर पेट्रोल छिड़क कर आग लगा दी गई थी। रिम्स में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी। इस मामले में दो आरोपियों शाहरुख और नईम को पुलिस गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। इस मामले में दुमका नगर थाना में भारतीय दंड विधान की धारा 302,34 और 120 बी और पोक्सो एक्ट की धारा 12 के तहत प्राथमिकी(कांड संख्या 200/22) दर्ज है। इस केस को सीजेएम दुमका की अदालत से प्रथम अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह विशेष न्यायालय प्रकाश चन्द्रा की अदालत में ट्रांसफार करने के साथ ही बुधवार को केस से जुड़े सभी दस्तावेज विशेष न्यायालय में भेज दिया गया। दुमका के पुलिस अधीक्षक अम्बर लकड़ा ने बताया कि अंकिता हत्या कांड की त्वरित सुनवाई के लिए प्रथम अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह विशेष न्यायालय प्रकाश चन्द्रा की अदालत में ट्रांसफर किया गया है।
एसपी अम्बर लकड़ा ने बताया कि स्पीडी ट्रायल के लिए एसआईटी द्वारा त्वरित गति से अनुसंधान किया जा रहा है। जल्द से जल्द कोर्ट में चार्टशीट जमा किया जाएगा। एसपी ने एक महत्वपूर्ण जानकारी दी कि जेल में बंद इस कांड के मुख्य आरोपी शाहरुख और उसके सहयोगी नईम उर्फ छोटू को पूछताछ के लिए पुलिस ने अदालत से 72 घंटे की पुलिस रिमांड पर लिया गया है। पुलिस रिमांड में दोनों से पूछताछ यह जानकारी ली जाएगी कि अंकिता हत्या कांड में और कितने लोगों की संलिप्तता है।
वही राष्ट्रीय महिला आयोग की टीम बुधवार को दुमका में अंकिता के जरुवाडीह स्थित घर पहुंच कर उनके परिवार के सदस्यों से मिली। दिल्ली से आई आयोग की टीम में राष्ट्रीय महिला आयोग की अवर सचिव शिवानी डे और आयोज की लीगल काउंसलर शालिनी सिंह शामिल थी। आयोग की टीम ने परिजन से बात कर पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली। अंकिता के कमरे में जाकर एक-एक चीज को देखा और परिवार वालों से उन परिस्थितियों से अवगत हुई जिसमें अंकिता के साथ इस तरह की निर्दयता हुई। टीम ने पुलिस पदाधिकारियों से भी केस के बारे में विस्तृत रिपोर्ट ली है। राष्ट्रीय महिला आयोग की टीम के सदस्यों ने कहा कि चेयरमैन के आदेश पर हमलोग यहां पर आए हैं। हम लोग राष्ट्रीय महिला आयोग के चेयरमैन को अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे। आयोग की टीम ने गलत संदर्भ में अंकिता का फोटो वायरल करने वालों पर साइबर एक्ट के तहत कार्रवाई का निर्देश डीएसपी को दिया।