भारत
बांध के जलग्रहण क्षेत्र में बने एनिकट ने रोका पानी, सूखा सरदार समंद बांध
Shantanu Roy
15 Sep 2023 11:29 AM GMT

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पाली। पाली जिले के प्रमुख बांधों में शामिल सरदारसमंद बांध से कहने को तो इससे 10 हजार 325 हैक्टेयर में सिंचाई होती है। लेकिन, आलम ये है कि पिछले 13 साल में एनिकट व अवैध खनन के कारण बांध एक बार भी नहीं भरा है। इतने सालों में बांध में तीन बार ही 15 फीट से अधिक पानी की आवक हो पाई। पांच साल ऐसे भी रहे, जब बांध में 10 फीट से भी कम पानी की आवक हुई। किसानों की माने तो बांध में करीब 8 फीट पानी आरक्षित रखा जाता है और किसानों को नहीं मिलता। ऐसे में सिंचाई के नाम पर यह बांध किसानों के लिए महज छलावा साबित हो रहा है। बांध कमाण्ड क्षेत्र के किसानों के अनुसार वर्ष 1980 के बाद बांध के जलग्रहण क्षेत्र में 1000 से अधिक एनिकट बनने और अवैध बजरी खनन से पड़े गड्ढों के कारण बांध में सुकड़ी नदी से पानी की आवक नहीं के बराबर रह गई है।
अब बांध में महज बरियाला वाळा और कुछ अन्य वाळों से पानी की आवक रह गई है। सरदारसमंद गांव के सिंचाई क्षेत्र में 20 गांव आते हैं। बांध से सरदारसमंद, नई ढाणी, इन्द्रों की ढाणी, काला पीपल की ढाणी, निम्बली उड़ा, बागड़िया, दुदिया, ढाबर कलां, ढाबर खुर्द, बांड़ाई, मंडली दर्जीयान, अरटिया, भाकरीवाला, पीपलिया की ढाणी, झीतड़ा, मांडपुरिया, चंदलाई व एसएस फार्म में सिंचाई होती है। बांध के जलग्रहण क्षेत्र में वन विभाग की ओर से व निजी लोगों की ओर से करीब 1000 एनिकट बना दिए गए है। इसमें सिंचाई विभाग की इजाजत भी नहीं ली गई। इससे बांध में पानी की आवक कम हो गई। किसानों को सिंचाई के लिए पानी नहीं मिल रहा।
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Shantanu Roy
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