अंगीठी बनी काल होमगार्ड जवान के लिए, 9 लोग भी अस्पताल में भर्ती

मेरठ: मेरठ में नौचंदी थानाक्षेत्र के जयदेवीनगर में एक होमगार्ड के मकान में रविवार तड़के अंगीठी से आग लग गई। आग से कमरे में रखा सिलेंडर फट गया और हादसे में होमगार्ड जिंदा जल गया। उसे बचाने के प्रयास में नौ पड़ोसी झुलस गए। पुलिस भी मौके पर पहुंची। हादसे के समय होमगार्ड का परिवार …
मेरठ: मेरठ में नौचंदी थानाक्षेत्र के जयदेवीनगर में एक होमगार्ड के मकान में रविवार तड़के अंगीठी से आग लग गई। आग से कमरे में रखा सिलेंडर फट गया और हादसे में होमगार्ड जिंदा जल गया। उसे बचाने के प्रयास में नौ पड़ोसी झुलस गए। पुलिस भी मौके पर पहुंची। हादसे के समय होमगार्ड का परिवार रिश्तेदारों के यहां गया हुआ था। जयदेवीनगर निवासी श्रीपाल (55) होमगार्ड थे और उनकी तैनाती चौधरी चरण सिंह विवि में थी। शनिवार को श्रीपाल का परिवार गौतमबुद्धनगर रिश्तेदारी में गया था इस कारण सभी की जान बची। देररात 1.30 बजे श्रीपाल अंगीठी जलाकर सो गए। सुबह पौने चार बजे अंगीठी से कमरे में आग लग गई।
रविवार तड़के आग की लपटों में होमगार्ड का मकान घिर गया तो पूरे मोहल्ले में जाग हो गई। आसपास के लोग उन्हें बचाने दौड़ पड़े। लोग आग बुझाने के प्रयास में जुट गए। जयदेवीनगर निवासी श्रीपाल के मकान के सामने रहने वाली यशोदा ने बताया उन्होंने आंखों के सामने श्रीपाल को लपटों में घिरा देखा। उन्होंने बताया लपटों में घिरे श्रीपाल दरवाजा खोलने की कोशिश कर रहे थे, उन्हें बचाने के लिए 20 से ज्यादा लोग लोहे के गेट को तोड़ने का प्रयास कर रहे थे। काफी देर तक खिड़की-दरवाजे नहीं टूटे। इस बीच आग में झुलसे श्रीपाल गिर पड़े।
कुछ ही मिनट में वह लपटों में पूरी तरह घिर गए। यशोदा ने बताया लोहे के दरवाजे-खिड़की न होते तो वह बच जाते। सिलेंडर फटने के बाद ही लोहे का दरवाजा टूटा। यशोदा व विनीता ने बताया शनिवार को श्रीपाल का परिवार नोएडा रिश्तेदारी में किसी बीमार को देखने गया था। घर पर श्रीपाल अकेले थे। उन्होंने शनिवार देर रात 1.30 बजे तक घर के सामने अंगीठी जलाकर आग सेकी। फिर वह बैठक में सोने चले गए। अंगीठी को उन्होंने अपने कमरे में रख लिया। आग खिड़की के पर्दे तक पहुंच गई। देखते ही देखते आग पूरे कमरे में फैल गई।
पड़ोस में रहने वाले राकेश सैनी, अभिनव, राधा, खुशी समेत नौ लोग श्रीपाल को बचाने के लिए मकान में घुस गए। कमरे का दरवाजा तोड़ने लगे। कुछ ही देर में कमरे में रखा सिलेंडर बम की तरह धमाका करते हुए फट गया। सिलेंडर फटते ही राकेश सैनी, अभिनव, राधा, खुशी, पप्पू, दीपक, सारिका, पिंकी, बबली आग में झुलस गए। राकेश सैनी 70 प्रतिशत झुलस गए। दीपक, पप्पी व राधा को मेडिकल में भर्ती कराया गया है। उनकी हालत गंभीर बताई गई है। होमगार्ड श्रीपाल की पत्नी रीना सोम, दो बेटे अवनीश सोम व अमन सोम हैं। सभी का रो-रोकर बुरा हाल है। लोगों का आरोप है कि सूचना देने के 45 मिनट देरी से मौके पर दमकल पहुंची।
श्रीपाल को बचाने की कोशिश कर रहे नौ पड़ोसी भी झुलस गए। इन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने बताया कि पुलिस मामले में जांच कर रही है।
