भारत

'विश्वविद्यालय अनुसंधान' उत्सव में एमिटी विश्वविद्यालय ने लिया हिस्सा

Admin Delhi 1
25 April 2023 2:49 PM GMT
विश्वविद्यालय अनुसंधान उत्सव में एमिटी विश्वविद्यालय ने लिया हिस्सा
x

एनसीआर नॉएडा न्यूज़: एमिटी विश्वविद्यालय ने भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा दिल्ली के डा. अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में आयोजित ‘विश्वविद्यालय अनुसंधान उत्सव’ में हिस्सा लिया। इस प्रदर्शनी का शुभारंभ केन्द्रीय राज्य मंत्री विज्ञान एंव प्रौद्योगिकी और केन्द्रीय राज्यमंत्री पृथ्वी विज्ञान डा. जितेंद्र सिंह और डीएसटी के सचिव डा एस चंद्रशेखर द्वारा किया गया।

इस अवसर पर केन्द्रीय राज्यमंत्री डा. जितेंद्र सिंह ने कहा कि विविध चुनौतियों का सामना करने और विश्वविद्यालयों और अन्य संबंधित शैक्षणिक संस्थानो में विज्ञान और प्रौद्योगिकी अवसंरचना समर्थन प्रणाली को मजबूत करने के लिए डीएसटी बुनियादी ढांचे से संबंधित योजनाओं का संचालन कर रहा है। हमारा प्रयास है कि हमारे देश के युवाओं के पास विज्ञान और तकनीकी के सभी क्षेत्रों में अनुसंधान करने के लिए गुणवत्तापूर्ण अनुसंधान एवं विकास अवसंरचना तक पहुंच हो। सरकार देश में अनुसंधान बुनियादी ढांचे के निर्माण पर निवेश करने के लिए प्रतिबद्ध है।

शोध उत्पाद प्रदर्शित किये गये: इस ‘विश्वविद्यालय अनुसंधान उत्सव’ में एमिटी विश्वविद्यालय द्वारा विभिन्न शोध उत्पाद या प्रोटोटाइप प्रदर्शित किये गये जिसमें रूटॉनिक, सीकेडी का पता लगाने वाला डायग्नॉस्टिक प्रोटोटाइप, कोलोस्ट्रम पावडर, नैनोकंपोजिट्स, एचएनबी9 जैव कीटनाशक, एचएनबी9 युक्ति और एचएनबी9 कंसोर्टिया आदि शामिल थे। एमिटी विश्वविद्यालय के स्टॉल का दौरा कर एमिटी साइंस टेक्नोलॉजी एंड इनोवेशन फांउडेशन के अध्यक्ष डा. डब्लू सेल्वामूर्ती और अन्य एमिटी के वरिष्ठ वैज्ञानिकों ने केन्द्रीय राज्य मंत्री विज्ञान एंव प्रौद्योगिकी और केन्द्रीय राज्य मंत्री पृथ्वी विज्ञान डा जितेंद्र सिंह का स्वागत करते हुए एमिटी शोध कार्यों की विस्तृत जानकारी दी।

इस अवसर पर एसईआरबी के सचिव डा. अखिलेश गुप्ता, डीएसटी के आर एंड डी इन्फ्रास्ट्रचर डिविजन की प्रमुख डा. प्रतिष्ठा पांडे, एमिटी फांउडेशन फॉर साइंस टेक्नोलॉजी एंड इनोवेशन एलांयस के डिप्टी डायरेक्टर जनरल डा. ए. चक्रवर्ती, डिप्टी डायरेक्टर जनरल डा. नीरज शर्मा और वरिष्ठ उपाध्यक्ष डा. ए. के. सिंह, एमिटी विश्वविद्यालय राजस्थान के प्रोफेसर डा. एस. एल. कोठारी आदि उपस्थित थे।

Next Story