यूपी। शाइन सिटी के फर्जीवाड़े में वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस ने एक और सफलता हासिल की है। वाराणसी के निदेशक रहे अमिताभ श्रीवास्तव की पत्नी मीरा श्रीवास्तव को पुलिस ने झारखंड के धनबाद से गिरफ्तार किया है। धोखाधड़ी के दर्ज मामलों में मीरा भी वांछित थी और लंबे समय से फरार चल रही थी। उसका पति अमिताभ श्रीवास्तव बीते साल अक्टूबर में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। शाइन सिटी करोड़ों के घोटाले में एक और वांछित मीरा श्रीवास्तव वाराणसी के एक नामी स्कूल में टीचर रही हैं। वाराणसी पुलिस द्वारा प्रदेश के बाहर की ये चौथी गिरफ्तारी है। पहले बिहार, बंगाल, राजस्थान और अब झारखंड से गिरफ्तारी हुई है। मीरा को धनबाद से वाराणसी लाने के बाद न्यायालय में पेश किया जाएगा। पुलिस कमिश्नर ने गिरफ्तार करने वाली टीम को 50 हजार का इनाम देने की घोषणा की है।
हजारों लोगों से अरबों रुपये ठगने वाले शाइन सिटी के निदेशक राशिद और उसके भाई आसिफ सऊदी अरब में छिपे हैं। दोनों भाइयों को सऊदी अरब से प्रत्यर्पण पर देश लाने की तैयारी हुई है। आर्थिक अपराध शाखा ने प्रत्यर्पण के नोडल सीबीआई को अपनी रिपोर्ट भेज दी है। दोनों आरोपियों का पासपोर्ट भी निरस्त कर दिया गया है। शाइन सिटी के निदेशक राशिद और उसके भाई के खिलाफ शासन की ओर पांच-पांच लाख रुपये का इनाम घोषित है। इलाहाबाद के आसिफ नसीम और राशिद नसीम ने मिलकर कुछ साल पहले शाइन सिटी के नाम से एक कंपनी खोली। इसमें प्रॉपर्टी, ज्वेलरी और बिट क्वाइन के नाम पर देशभर के हजारों लोगों से करोड़ों रुपये ठग लिए। इनके खिलाफ यूपी समेत कई जिलों में ठगी के 284 मुकदमे दर्ज हैं। इन मुकदमों की जांच ईओडब्ल्यू कर रही है। आर्थिक अपराध शाखा ने प्रयागराज समेत अन्य जिलों में छापामारी करके ठगी करने वाले गैंग के कई लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। इस प्रकरण में एसटीएफ ने भी मदद की थी। छानबीन में पता चला कि कुछ माह पहले ही सऊदी में राशिद ने एक बैठक की थी।
इससे पूर्व वह नेपाल में भी बिट क्वाइन के चक्कर में पकड़ा गया था। अरबों रुपयों की ठगी करने वाले दोनों भाइयों की गिरफ्तारी न होने पर हाईकोर्ट ने पुलिस को जमकर फटकार लगाई थी। इसके बाद आर्थिक अपराध शाखा ने विधिक कार्रवाई तेज की। ईओडब्ल्यू के एक अफसर ने बताया कि सीबीआई के माध्यम से राशिद और आसिफ के प्रत्यर्पण की कोशिश हो रही है। इसके लिए सीबीआई ने अपनी रिपोर्ट मंत्रालय को भेज दी है।