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योगी के नामांकन से पहले अमित शाह का बड़ा बयान, बोले- फिर भाजपा होगी 300 पार
jantaserishta.com
4 Feb 2022 6:57 AM GMT
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जानिए योगी आदित्यनाथ के जीवन के बारे में...
लखनऊ: गोरखपुर सदर से पर्चा दाखिल करने से पहले सीएम योगी गोरखपुर में ही एक जनसभा को संबोधित किया. इसमें गृह मंत्री अमित शाह, धर्मेंद्र प्रधान भी शामिल हैं. यह जनसभा गोरखपुर के महाराणा प्रताप इंटर कॉलेज में आयोजित जनसभा में हुई.
जनसभा में सीएम योगी ने कहा कि डबल इंजन की सरकार हर मोर्चे पर खरी उतरी. वह बोले की उनकी सरकार में हर वर्ग का विकास हुआ है. केंद्र सरकार की तारीफ करते हुए योगी ने कहा कि जम्मू कश्मीर से 370 हटाकर आतंकवाद का नामोनिशान मिटाया गया है.
सीएम योगी के बाद अमित शाह ने जनसभा को संबोधित किया. उन्होंने वहां मौजूद लोगों ने तेज आवाज में नारे लगाने को कहा, शाह बोले इतनी तेज नारे लगाओ कि गोरखपुर से सहारनपुर तक आवाज जाए. फिर शाह ने भारत माता की जय के नारे लगवाए और दावा किया कि बीजेपी इस बार भी 300 से ज्यादा सीटें जीतेगी.
अमित शाह ने आगे कहा कि आजम खान, अतीक अहमद, मुख्तार अंसारी योगी के शासन में जेल में बंद हैं. अखिलेश बाबू कोई संभावना नहीं है, यूपी की जनता बहुत सालों बाद इनके आतंक से बाहर आई है.
BJP is going to repeat the history in UP. In 2014, 2017 and 2019 polls, people of UP chose the development under the leadership of PM Modi & gave absolute majority. Today with CM Yogi filing nomination, BJP is marching ahead with resolve of '300 paar': HM Amit Shah, in Gorakhpur pic.twitter.com/Mh9JCLOQKu
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) February 4, 2022
योगी आदित्यनाथ पहली बार लड़ रहे हैं विधानसभा चुनाव
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को गोरखपुर शहर सीट से नामांकन दाखिल किया. योगी आदित्यनाथ पहली बार विधानसभा का चुनाव लड़ रहे हैं. इससे पहले वो लगातार 5 बार गोरखपुर संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं. वो पहली बार 1998 के चुनाव में सासंद चुने गए थे. आइए जानते हैं कि कैसा रहा है योगी आदित्यनाथ का एक संत से सीएम पद तक का सफर कैसा रहा है.
योगी आदित्यनाथ का जीवन
योगी आदित्यनाथ का जन्म 5 जून 1972 को उत्तराखंड के पंचूर गांव में हुआ था. उन्होंने 1989 में ऋषिकेश के भरत मंदिर इंटर कॉलेज से 12वीं की परीक्षा पास की. उन्होंने 1992 में हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय से बीएससी की पढाई पूरी की.
योगी आदित्यनाथ 1992 में उत्तराखंड से गोरखपुर आए थे. उन्होंने उसी साल महंत अवैद्यनाथ से दीक्षा ली थी. उन्होंने 1994 में संन्यास ले लिया था. योगी आदित्यनाथ से पहले महंत अवैद्यनाथ गोरखपुर के सांसद थे. योगी आदित्यनाथ ने पहली बार 1998 में लोकसभा का चुनाव गोरखपुर संसदीय सीट से लड़ा और जीते. वो 12वीं लोकसभा के सबसे युवा सांसद थे. उसके बाद से आदित्यनाथ ने 1999, 2004, 2009 और 2014 का लोकसभा चुनाव भी गोरखपुर से जीता.
लोकसभा का चुनाव योगी आदित्यनाथ कब कब जीते
वो 12वीं लोकसभा में 1998 से 1999 तक, 13वीं लोकसभा में 1999 से 2004 तक, 14वीं लोकसभा में 2004 से 2009 तक, 15वीं लोकसभा में 2009 से 2014 तक और 16वीं लोकसभा में 2014 से 2017 तक सांसद रहे. मार्च 2017 में मुख्यमंत्री का पदभार ग्रहण करने के बाद उन्होंने सांसद के पद से इस्तीफा दे दिया था.
योगी आदित्यनाथ पहली बार विधानसभा का चुनाव लड़ रहे हैं. इससे पहले उन्होंने केवल लोकसभा और विधान परिषद का ही चुनाव लड़ा था. मुख्यमंत्री बनने के बाद योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा की जगह विधान परिषद का रास्ता चुना था.
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