राजधानी दिल्ली में इन दिनों बादल आफत बनकर बरस रहे है। भारी बारिश के कारण दिल्ली में जगह जगह जलजमाव की स्थिति हो गई है। भारी बारिश ने पूरे सिस्टम की पोल खोल दी है। हर जगह पानी भरा हुआ दिख रहा है। दिल्ली की सड़कों से लेकर गलियों तक में पानी भरा हुआ है। दिल्ली में आसमान से बरस रही इस आफत के कारण हाहाकार मचा हुआ है।
दिल्ली में लगातार दूसरे दिन भीषण बारिश हो रही है। जोरदार बारिश के कारण हर तरफ पानी पानी दिख रहा है। इसी बीच गृहमंत्री अमित शाह ने दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना से बात की है। गौरतलब है कि भारी बारिश के कारण शहर के कई हिस्सों और आसपास के इलाकों में पानी भर गया है। मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि दिल्ली अगले दो दिनों तक बादल ऐसे ही बरसते रहेंगे। एएनआई के मुताबिक दिल्ली में शनिवार और रविवार को हुई भारी बारिश के कारण कई इलाकों में जल जमाव की स्थिति हो गई है। प्रगति मैदान, नेहरू नगर, पंचशील मार्ग, कालकाजी, आईटीओ जैसे इलाकों में पानी भरा रहा। पानी भरने के कारण यहां हैवी ट्रैफिक जाम की स्थिति देखने को मिली।
गौरतलब है कि दिल्ली में भारी बारिश ने 41 वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। दिल्ली में रविवार सुबह साढ़े आठ बजे तक पिछले 24 घंटे की अवधि में 153 मिलीमीटर (मिमी) बारिश दर्ज की गई, जो 1982 के बाद से जुलाई में एक दिन में हुई सर्वाधिक बारिश है। मौसम विभाग ने यह जानकारी दी। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ और मानसूनी हवाओं के कारण उत्तर-पश्चिम भारत में मूसलाधार बारिश और दिल्ली में मौसम की पहली भारी बारिश हुई है। आईएमडी के एक अधिकारी ने बताया कि सफदरजंग वेधशाला में रविवार सुबह साढ़े आठ बजे तक पिछले 24 घंटे में 153 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो 25 जुलाई 1982 को एक दिन में दर्ज की गई 169.9 मिमी बारिश के बाद से सर्वाधिक है। अधिकारी के मुताबिक, शहर में 10 जुलाई 2003 को 133.4 मिमी, 28 जुलाई 2009 को 126 मिमी और आठ जुलाई 1993 को 125.7 मिमी बारिश दर्ज की गई थी। 21 जुलाई 1958 को यहां अब तक की सर्वाधिक 266.2 मिमी बारिश हुई थी। आईएमडी के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में 1969 के बाद से जुलाई में आठ बार ‘बहुत भारी’ (15.6 मिमी से 204.4 मिमी के बीच) बारिश दर्ज की गई।
मौसम विभाग ने दिल्ली में मध्यम बारिश होने का पूर्वानुमान करते हुए ‘येलो अलर्ट’ जारी किया है। रिज, लोधी रोड और दिल्ली विश्वविद्यालय के मौसम केंद्रों पर क्रमशः 134.5 मिमी, 123.4 मिमी और 118 मिमी बारिश दर्ज की गई। इसके अनुसार, 15 मिमी से कम बारिश ‘हल्की’, 15 मिमी से 64.5 मिमी ‘मध्यम’, 64.5 मिमी से 115.5 मिमी ‘भारी’ और 115.6 मिमी से 204.4 मिमी ‘बहुत भारी’ बारिश की श्रेणी में आती है। वहीं, 204.4 मिमी से अधिक बारिश दर्ज होने पर इसे ‘अत्यधिक भारी’ बारिश की श्रेणी में रखा जाता है। दिल्ली में जुलाई में अभी तक 164 मिमी बारिश हुई है।