अमित शाह ने राजीव गांधी फाउंडेशन और चीन के संबंधों पर उठाए सवाल
शाह ने यह खुलासा किया कि प्रश्नकाल में पांचवा सवाल राजीव गांधी फाउंडेशन के एफसीआरए रेजिस्ट्रेशन रद्द करने के बारे में सवाल था, जो कांग्रेस सांसद द्वारा ही पूछा गया था और सरकार की तरफ से जवाब भी स्पष्ट था, जो वो सदन के पटल पर भी बताते कि राजीव गांधी फाउंडेशन ने 2005-6 और 2006-7 के वित्तीय वर्ष में चीनी दूतावास से 1.35 करोड़ रुपये का अनुदान प्राप्त किया। यह एफसीआरए कानून के अनुकूल नहीं था, इसलिए नोटिस देकर तमाम कानूनी प्रक्रिया का पालन कर गृह मंत्रालय ने इसका रेजिस्ट्रेशन रद्द कर दिया। राजीव गांधी फाउंडेशन ने सामाजिक कार्यो के लिए अपना रेजिस्ट्रेशन करवाया था जबकि चीनी दूतावास ने भारत चीन संबंधों के विकास पर शोध करने के लिए राजीव गांधी फाउंडेशन को यह पैसा दिया था। उन्होंने यह भी बताया कि राजीव गांधी फाउंडेशन के एफसीआरए लाइसेंस रद्द होने का एक और कारण जाकिर नाइक के इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन से 7 जुलाई 2011 को पचास लाख रुपया लेना भी था। राजीव गांधी फाउंडेशन के कर्ता धर्ता, जो कांग्रेस की फैमिली पार्टी के सदस्य हैं, ये बताएं कि जाकिर नाइक ने उन्हें यह पैसा क्यों दिया था।
शाह ने 1962 में हजारों हेक्टेयर जमीन पर चीन द्वारा कब्जा करने और अन्य कई उदाहरणों का जिक्र करते हुए कांग्रेस पर तीखा निशाना साधते हुए कहा कि जब तक नरेंद्र मोदी सरकार सत्ता में है, भारत की एक इंच जमीन पर भी कोई कब्जा नहीं कर सकता। गृह मंत्री अमित शाह ने भारत-चीन सीमा पर भारतीय सेना के शौर्य की तारीफ करते हुए कहा है कि 8 की रात और 9 की सुबह हमारे जवानों ने चीन के एक-एक सैनिकों को बाहर भगा कर हमारी भूमि की रक्षा की। उन्होंने जवानों की वीरता की जमकर प्रशंसा करते हुए कहा कि यह भाजपा और नरेंद्र मोदी की सरकार है और जब तक नरेंद्र मोदी की सरकार सत्ता में है तब तक भारत की एक इंच जमीन पर भी कोई कब्जा नहीं कर सकता है।